-केंद्र ने ओमिक्रॉन को लेकर राज्यों की तैयारियों की समीक्षा की
नई दिल्ली/ए.। Omicron variant: देश में लगातार बढ़ते ओमिक्रॉन के मामलों को लेकर आज केन्द्र सरकार ने अति प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य संबंधी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा की है। इस समीक्षा बैठक में ओमिक्रॉन से निपटने के लिए पांच स्टेप पर रणनीति तैयार करने के भी आदेश दिए है।
ओमिक्रॉन को लेकर राज्यों में चल रही तैयारियों की जानकारी के साथ वहां पॅाजिटिव केस, डबलिंग रेट और क्लस्टर पर नजर बनाए रखने की हिदायत भी दी है। ओमिक्रॉन (Omicron variant) से निपटने के लिए राज्यों को सतर्कता बरतने की सलाह दी और कहा है कि स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ सावधानियों का पालन करने के लिए राज्य कड़े कदम उठा सकते है।
ओमिक्रॉन संक्रमण देश के 16 राज्यों तक अपनी पैठ बना चुका है। इसे लेकर केन्द्र सरकार की चिंता बड़ गई है। देश में होने वाले त्यौहारों और नए वर्ष को देखते हुए स्थानीय स्तर पर राज्य सरकारें कड़े प्रतिबंध लगा सकती है। राज्यों से वैक्सीनेशन तथा ओमिक्रॉन और अस्पताल में भर्ती होने पर रक्षा करने के लिए प्रचुर मात्रा संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए गए है। राज्य अपने स्तर पर डोर टू डोर वैक्सीनेशन पर ज्यादा फोकस करें।
5 स्टेप रणनीति अपनाएं राज्य
- नाइट कफ्र्यू लगाएं, जमावड़ों पर रोक लगाई जाए, खासकर आने वाले त्योहारों के मद्देनजर। कोरोना के केस बढऩे पर कंटेनमेंट और बफर जोन का निर्धारण करें।
- टेस्टिंग और सर्वेलांस पर विशेष ध्यान दिया जाए। आईसीएमआर और स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक, टेस्ट कराए जाएं। डोर टू डोर केस सर्च और आरटीपीसीआर टेस्ट की सख्या बढ़ाई जाए।
- अस्पतालों में बेड, एंबुलेंस और स्वास्थ्य उपकरण बढ़ाने पर फोकस किया जाए। ऑक्सीजन का बफर स्टॉक बनाया जाए। 30 दिन की दवाओं का स्टॉक बनाएं।
- लगातार जानकारी दी जाए, ताकि अफवाह न फैले, राज्य रोजाना प्रेस ब्रीफिंग करें।
- राज्य 100′ वैक्सीनेशन पर फोकस करें। सभी वयस्कों को दोनों डोज सुनिश्चित करने के लिए डोर टू डोर अभियान चलाया जाए।