दुर्ग/नवप्रदेश/दीपक सिंह राजपूत। Om Mathur : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी महासचिव ओम माथुर ने अपने दुर्ग प्रवास के दरम्यान संभाग के बड़े नेताओं को गुटबाजी रोकने की सख्त हिदायत दी हैं। उनके तल्ख तेवर से स्तब्ध बड़े नेता सिर्फ उनकी बात सुनते रहे। नहीं तो आमतौर पर बन्द कमरे में शिकवा शिकायतें होती रहती है। फिलहाल वे राज्य के प्रवास पर हैं और संभागवार कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर रिचार्ज कर रहे हैं।
सबसे पहले उन्होंने दुर्ग संभाग के कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर आसन्न विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर गाइड लाइन तो दी ही साथ ही संभाग के ही बड़े नेताओ को बन्द कमरे में समझा दिया कि अब गुटबाजी नहीं चलेगी और टिकिट तो बिलकुल भी मत मांगना। पार्टी जो काम दे उसे नहीं कर पा रहे हो तो पहले बता देना।
दरअसल, दुर्ग संभाग की 20 सीटों में से मात्र राजनांदगाव से डॉ. रमन सिंह और वैशालीनगर से विद्यारतन भसीन ही भाजपा के विधायक हैं बाकि 18 सीटें कांग्रेस के पास है। भाजपा के बड़े नेताओं के हाल ये है कि सभी एक दूसरे के समर्थकों को हराने और जिताने खुलाघात करते हैं। पिछले साल संगठन में फेरबदल कर भाजपा ने कुछ डेमेज कन्ट्रोल करने की कोशिश की है लेकिन इसका असर धरातल पर नहीं दिख रहा है।
इसी संभाग से बड़े नेता के रूप में राज्यसभा सासंद (Om Mathur) सरोज पांडे स्थानीय स्तर पर प्रेमप्रकाश पांडे और राज्य के स्तर पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व के चुनौती देती रही हैं। स्थानीय सांसद विजय बघेल से उनकी अदावत जगजाहिर है। यही वजह रही कि इन सभी नेताओं को बन्द कमरे में एक साथ बिठाकर भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने साफ शब्दों में समझा दिया है कि अपने निजी हित और अहम छोड़कर पार्टी के लिए काम करना होगा।