रायपुर/नवप्रदेश। Olympic Medalist : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में भारतीय प्रोफेशनल मुक्केबाज विजेन्दर सिंह ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ छत्तीसगढ़ में खेलों विशेष रूप से और बॉक्सिंग को बढ़ावा देने की संभावनाओं पर चर्चा की।
छत्तीसगढ़ में बॉक्सिंग खेल को बढ़ावा देने की संभावनाओं विचार-विमर्श
विजेंदर सिंह (Olympic Medalist) भारत के ऐसे पहले बॉक्सर हैं जिन्होंने ओलंपिक में कोई पदक जीता है। विजेंदर सिंह ने मुख्यमंत्री से छत्तीसगढ़ में प्रोफेशनल बॉक्सिंग मैच कराने का आग्रह किया, जिस पर मुख्यमंत्री बघेल ने रायपुर में मैच करने की सहमति दी।
इस मैच में विजेंदर सिंह का मुकाबला अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज से होगा। विजेंदर सिंह ने वर्ष 2008 के बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। विजेंदर सिंह ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को बॉक्सिंग ग्लव्स भेंट किए। मुख्यमंत्री ने भी विजेंदर सिंह को राजकीय गमछा और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।
खेल उपलब्धियां
विजेन्द्र सिंह ने वर्ष 2004 के एथेंस ओलम्पिक में सर्वप्रथम भाग लिया, किन्तु वह वेल्टर वेट वर्ग में तुर्की के मुस्तफ़ा कारागोलेयू से 20-25 से पराजित हो गये।
राष्ट्रमण्डल खेल वर्ष 2006 में इंग्लैंण्ड के नील पिरकिन्स को सेमीफ़ाइनल में पराजित कर फ़ाइनल में प्रवेश किया, किन्तु दक्षिण अफ़्रीका के बोनगानी मविलासी से पराजित हो गए और कांस्य पदक ही जीत सके।
दोहा ओलम्पिक खेल वर्ष 2006 में मुक्केबाज़ी मिडिल वेट वर्ग में कज़ाकिस्तान के बख़्तियार अरतायेव से सेमीफ़ाइनल में 24-29 से पराजित होकर कांस्य पदक जीत सके।
विजेंदर सिंह करियर ग्राफ
विजेंदर सिंह भारत के ऐसे पहले बॉक्सर हैं जिन्होंने ओलंपिक में कोई पदक जीता है। विजेंदर ने कार्लोस गोंगोरा के विरुद्ध कांस्य पदक के लिए प्रदर्शन करते हुए बड़ी ही सधी शुरुआत करते हुए ईक्वाडोर के मुक्केबाज़ कार्लोस गोंगोरा को 9-4 से हरा दिया। पहले राउंड में विजेंदर ने सधी हुई मुक्केबाज़ी करते हुए दो अंक जुटाए। दूसरे चक्र में भी वो रुक रुक कर मुक्के लगाते रहे और चार अंक जुटा लिए। तीसरे राउंड में गोंगोरा काफी थके हुए दिखे जिसका फ़ायदा विजेंदर ने उठाया और गोंगोरा को हराने में सफलता प्राप्त की। गोंगोरा को मामूली मुक्केबाज़ नहीं हैं, वे चार बार यूरोपीय चैंपियन रहे हैं।
लेकिन सेमीफाइनल में वह उजबेकिस्तान (Olympic Medalist) के अब्बोस अतोयेफ के हाथों 3-7 से पराजित हो गए। मिडल वेट सेमीफाइनल मुकाबले में हार कर भी विजेंदर ने भारत के लिए इतिहास रच दिया है। पहले राउंड में विजेंदर 1-0 से आगे थे लेकिन पूर्व लाइट हेवीवेट विश्व चैपियन अतोयेफ ने शानदार वापसी करते हुए अगले चक्र में पांच अंक जीते, दूसरे चक्र की समाप्ति पर स्कोर हो गया 5-1 तीसरे और आखिरी चक्र में दोनों मुक्केबाज 2-2 से बराबर रहे लेकिन तीसरे चक्र की टक्कर विजेंदर को मैच जीताने में कामयाब साबित नहीं हुई।