-तीन रेल हादसों में अब तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है
बालासोर। odisha train accident: ओडिशा ट्रेन हादसे ने कई सवाल खड़े किए हैं। तीन रेल हादसों में अब तक 275 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन उनमें से 40 को खरोंच तक नहीं आई है। इन लोगों के शवों को देखकर जांच अधिकारी सहम गए हैं। इतना बड़ा हादसा होने के बावजूद इन यात्रियों की मौत के कारणों की तलाश की जा रही है क्योंकि इनके शरीर पर मामूली खरोंच के निशान तक नहीं हैं।
अनुमान लगाया जा रहा है कि इन 40 यात्रियों की मौत ओवरहेड तार की बोगियों पर गिरने से हुई होगी। इस संबंध में जांच शुरू कर दी गई है। यह जीआरपी सब-इंस्पेक्टर पापू कुमार नाइक द्वारा दर्ज प्राथमिकी में दर्ज है। कई शव तो ऐसी हालत में थे कि उनकी पहचान ही नहीं हो पा रही थी। 40 लाशें बिना किसी चोट या रक्तस्राव के थीं। ओवरहेड एलटी (लो टेंशन) लाइन के टकराने और संपर्क में आने से कई यात्रियों की मौत हो गई।
यशवंतपुर (बेंगलुरु) – हावड़ा एक्सप्रेस शुक्रवार की शाम 6 बजकर 55 मिनट पर पटरी से उतरी कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे से टकरा गई और तार टूट गए। रेलवे के एक पूर्व अधिकारी ने भी कहा कि यह संभव है पूर्णचंद्र मिश्रा ने कहा कि ट्रेन के ऊपर से छूने के बाद तार डिब्बे के अंदर फंस गए होंगे, जिससे करंट लग गया और गाड़ी में सवार यात्रियों की मौत हो गई।