छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी संघ तीन सूत्री मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन
रायपुर/नवप्रदेश। Nukkad Drama: : न्याय की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी संघ की हड़ताल का गुरुवार को तीसरा दिन है। चरणबद्ध हड़ताल में आज बिजली ठेका कर्मियों ने नुक्कड़ नाटक किया। इस मंच पर भीषण आकाशीय बिजली दुर्घटना में खोए अपने लाल को खोने का दर्द मंच पर दिखते हुए रो पड़े।
इकलौता बेटा गंवाने वाले हुए भावुक
बिजली दुर्घटनाओं में शहीद हुए संविदा कर्मियों एवं दुर्घटनाग्रस्त संविदा कर्मियों के लिए न्याय की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे है। नियमितीकरण सहित तीन सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार से बूढ़ा तालाब में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन शुरू है। इसी कड़ी में गुरुवार को नाट्य के माध्यम से घातक विद्युत दुर्घटना की पीड़ा बताई। इस दौरान दुर्घटना में अपने एकलौते बेटे को खोने वाले पीडि़त परिवार के परिजन मंच में ही भावुक होकर रो पड़े।
कंपनी प्रबंधन-संघ पर नहीं बनी सहमति
इससे पूर्व बीते कल 11 अगस्त को छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी (Nukkad Drama) संघ के प्रतिनिधि मंडल एवं कंपनी प्रबंधन के बीच ढाई घंटे चले द्विपक्षीय बात की, लेकिन कंपनी प्रबंधन संघ के किसी भी मांग पर सहमति न बनने से संघ ने आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया। वहीं संविदा बिजली कर्मचारियों के विकराल आंदोलन के देख छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष विजय कुमार झा ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्र से आये हजारों विद्युत संविदा कर्मचारियों को सम्बोधित कर उत्साह वर्धन कर उनके मांग को जायज ठहराते हुए समर्थन किया।
शुक्रवार को काली पट्टी बांध कैंडल मार्च निकालेंगे
आंदोलन के चौथे दिन संविदा विद्युत कर्मचारी हाथ में काली पट्टी बांध कर आम सभा (NukkadDrama) एवं प्रदर्शन करेंगे। उसके बाद सांकेतिक विरोध करते हुए संविदा कर्मचारियों के असमय दुर्घटना मृत्यु पर कैंडल मार्च निकालकर श्रधांजलि अर्पित करेंगे। शाम को 6 बजे धरना स्थल से विवेकानंद सरोवर से वाइट हाउस होते हुए मुख्यमंत्री निवास की ओर गमन करेगा।
ये है सूत्रीय मांग
- विद्युत कंपनी में कार्यरत समस्त संविदा कर्मियों का नियमितीकरण किया जाए।
- विद्युत दुर्घटनाओं में मृत्यु हुए संविदा कर्मियों को उचित मुआवजा एवं उनके परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए।
- विद्युत दुर्घटनाओं में स्थायी-अस्थायी अपंगता का शिकार हो चुके कर्मियों को उचित मुआवजा दिया जाए।
चरणबद्ध आंदोलन
- 11 अगस्त अनिश्चितकालीन हड़ताल का शुभारंभ।
- 12 अगस्त को धरना प्रदर्शन स्थल से विधानसभा घेराव।
- 13 अगस्त को काली पट्टी बांधकर कैंडल मार्च।
- 14 अगस्त को मशाल रैली।
- 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वजारोहण एवं देश की स्वतंत्रता के लिए शहीद हुए सेनानियों एवं विद्युत संविदा कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पण।
- 16 अगस्त को कंपनी प्रबंधन की नई भर्ती नीति के विरोध में मुंडन संस्कार।
- 17 अगस्त को फटा कपड़ा पहनकर भीख मांग कर प्रदर्शन।
- 18 अगस्त को करनाथ (जमीन में लोटकर गुलाटी करना और रास्ता नापना प्रदर्शन।
- 19 अगस्त को मौन व्रत एवं रात्रिकालीन फ्लैश लाइट अभियान।
- 20 अगस्त को अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल शुरू।