Aaj Bebaak: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और नई दिल्ली के भूतपूर्व मुख्यमंत्री तथा भूतपूर्व विधायक अरविंद केजरीवाल अजीमों शान शख्सियत हैं वे पुरूष नहीं है महापुरूष हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने विपरीत परिस्थितियों के बीच नई दिल्ली में जो अभूतपूर्व विकास कार्य किये हैं उसके लिए उन्हें नोबल पुरस्कार मिलना चाहिए।
वाकई उन्होंने कमाल कर दिखाया है। कोरोना काल में शीशमहल बनवाना। दारू का दरिया बहाना और हर विभाग में भ्रष्टाचार का नंगा नाच कराना उनकी चमत्कारिक उपलब्धियां है। कायदे से तो नोबल पुरस्कार का नाम बदलकर उसे केजरीवाल पुरस्कार नाम दिया जाना चाहिए।