रायपुर, नवप्रदेश। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रायपुर में चल रहे ऑनकैंपस प्लेसमेंट प्रोसेस में विभिन्न बहुराष्ट्रीय कंपनिया प्लेसमेंट के लिए आ रही है। इसी कड़ी में जेडएस एसोसिएट्स कंपनी ने संस्थान के अंतिम वर्ष के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र अर्णव त्रिपाठी, विष्णु वर्मा, गोपाल अग्रवाल, और विभांशु सिंह, केमिकल इंजीनियरिंग के छात्र तथागत, ड्यूक जॉन तिवारी, और अभियश राज सोना, मैकेनिकल इंजीनियरिंग की छात्रा हर्षिता सिंह, मेटलर्जिकल एंड मैटेरियल्स इंजीनियरिंग के छात्र रोहन वर्मा और सारंगी पूर्णाश्री,
सिविल इंजीनियरिंग के छात्र नलीन वर्मा, प्रियल खंडेलवाल, और अदम्य अग्रवाल ,बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के छात्र मलय झावर को 22.65 के सालाना पैकेज का प्री प्लेसमेंट ऑफर (NIT Raipur) दिया है। इन छात्रों का चयन जेडएस द्वारा आयोजित की जाने वाली राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता “कैंपस बीट” के माध्यम से हुआ हैं।
जेडएस एसोसिएट्स हर साल फरवरी मार्च महीने में कैंपस में राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता “कैंपस बीट” का आयोजन करती है, जिसमें देश के टॉप-इंजीनियरिंग कॉलेज से छात्र टीम बनाकर लेते है। “कैंपस बीट” का पहला राउंड केस स्टडी चैलेंज होता है जिसे प्रत्येक टीम को तीन घंटे के अंदर सॉल्व करना होता (NIT Raipur) है।
जिसके बाद इनमें से देश की टॉप 10 और टॉप 150 टीमों की लिस्ट निकाली जाती है। पहले राउंड की टॉप 150 टीम्स को दूसरे राउंड में भेजा जाता है, जहाँ एक बिज़नेस रिलेटेड केस स्टडी चैलेंज होता है जिसे इस बार 1 घंटे के अंदर व्यक्तिगत रूप से हल करना होता है। दूसरे राउंड को क्वालीफाई करने वाले छात्रों को अंतिम राउंड में भेजा जाता (NIT Raipur) हैं।
तीसरा राउंड इंटरव्यू राउंड होता है, जहाँ इंटरव्यूर केस स्टडी प्रॉब्लम,रिज्यूमे और प्रोजेक्ट से संबंधित प्रश्नों के माध्यम से छात्र के ज्ञान एवं समझ का परीक्षण किया जाता है। तीसरे राउंड के बाद चयनित छात्रों को जेडएस एसोसिएट्स द्वारा प्री-प्लेसमेंट ऑफर का ऑफर दिया जाता हैं।
छात्रों का व्यक्तिगत अनुभव:-
विष्णु वर्मा (इलेक्ट्रिकल)
विष्णु वर्मा ने बताया कि उन्होंने कॉलेज के प्रथम वर्ष से लेकर अंतिम वर्ष के दौरान विभिन्न कोडिंग लैंग्वेज के साथ में विभिन्न तकनीकी विषयों को अध्ययन किया और उनके आधार पर विभिन्न प्रोजेक्ट बनाया जो इंटरव्यू के दौरान प्रश्नों के उत्तर देने में सहायक हुए।
उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त करने के लिए बहुत सारे केस स्टडीज प्रॉब्लम्स को सॉल्व किया तथा इंटरव्यू के लिए विभिन्न प्लेटफार्म से गेस्टीमेट्स और पजल्स की तैयारी किया। उन्होंने बताया कि इस प्रोसेस के दौरान उनके मित्रो, सीनियर्स और प्लेसमेंट सेल का पूरा मदद मिला। उन्होंने बताया कि इस सफलता को पाने में उनके परिवार से मिला निरंतर समर्थन और शिक्षकों से मिले मार्गदर्शन ने अहम रोल निभाया ।
अर्णव त्रिपाठी (इलेक्ट्रिकल)
अर्णव त्रिपाठी रायपुर के ही रहने वाले हैं।उन्होंने अपनी इंटरमीडिएट तक की शिक्षा रायपुर में ही प्राप्त किया उसके पश्चात उन्होंने एनआईटी रायपुर से ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने का निर्णय लिया। अर्णव ने कॉलेज के द्वितीय वर्ष से ही इंजीनियरिंग के कोर विषयों के साथ ही डाटा एनालिटिक्स की तैयारी शुरू कर दी थी।
डाटा एनालिटिक्स के तैयारी के लिए उन्होंने ने यूट्यूब,डाटा कैंप, गीक्स फॉर गीक्स, आदि प्लेटफार्म की मदद ली। उन्होंने बताया कि डाटा एनालिटिक्स में मजबूत पकड़ ने प्री प्लेसमेंट ऑफर पाने में अहम रोल निभाया। अर्णव ने बताया कि इस पूरे प्रोसेस में कॉलेज के सीनियर्स और प्लेसमेंट सेल ने भरपूर सहयोग किया।
उन्होंने बताया कि कॉलेज के पब्लिक मीडिया एंड रिलेशन्स सेल के मदद से उनको अपने संचार और अभिव्यक्ति कौशल को निखारने का मौका मिला जो उनके इंटरव्यू के दौरान आत्मविश्वास बनाए रखने में सहायक हुआ।