रायपुर/नवप्रदेश। पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा (DGP Ashok Juneja) ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी पुलिस अधीक्षकों के साथ पहली समीक्षा बैठक की। बैठक में चिटफंड प्रकरणों, राजनैतिक एवं आदिवासियों से प्रकरणों की वापसी, गांजा एवं शराब की अवैध तस्करी, जुआ-सट्टा समेत विभिन्न विषयों पर दिशा निर्देश दिए।
DGP ने सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया कि चिटफंड के प्रकरणों पर तेजी से कार्य करें। इसके साथ ही राजनैतिक एवं आदिवासियों से प्रकरणों की वापसी पर गंभीरता से निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गांजा एवं अन्य मादक पदार्थों की अवैध तस्करी के साथ राज्य में होने वाली खपत पर भी विशेष नजर रखें। बैठक में एडीजी हिमांशु गुप्ता, रायपुर आईजी डॉ आनंद छावड़ा, आईजी एससी द्विवेदी, एआईजी एमएल कोटवानी, एआईजी मनीष शर्मा उपस्थित रहे।
हर 10 दिनों में करेंगे समीक्षा
पुलिस महानिदेशक (DGP Ashok Juneja) ने कहा कि मैं स्वयं प्रत्येक 10 दिन में उक्त मामलों की समीक्षा करूंगा। वहीं क्राइम का डेटाबेस अपडेट रखने, घटित अपराधों उन पर हुई कार्रवाई एवं लंबित प्रकरणों की अद्यतन जानकारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे अपराध कम करने में सहायता मिलती है। सभी रेंज आईजी और पुलिस अधीक्षक अपने स्तर पर लंबित मामलों की लगातार समीक्षा करें और उनका निराकरण करें।
हॉट स्पॉट पर विशेष ध्यान देने के निर्देश
डीजीपी (DGP Ashok Juneja) ने सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि अपने जिले के हॉट स्पॉट पर विशेष ध्यान दें। शहर के ऐसे स्थान जहां पर अपराध ज्यादा घटित होते हैं या ज्यादा संभावनायें हैं ऐसी जगहों पर विशेष सतर्कता बरतें। इसके साथ ही ऐसे स्थानों को चिह्नित कर वहां प्रतिदिन शाम को पुलिस की मौजूदगी दिखनी चाहिए। सभी पुलिस अधीक्षक अपने जिलों के थानों का नियमित निरीक्षण करें। थानों में आम नागरिकों के साथ शालीन और सम्मानजनक व्यवहार होना चाहिए। सभी पुलिस अधीक्षक अपने कार्यालय में पर्याप्त समय दें और नागरिकों की समस्याएं सुनकर उनका निराकरण करें।
छग शांति प्रिय राज्य है
डीजीपी ने कहा कि छत्तीसगढ़ शांति प्रिय राज्य है। यहां सांप्रदायिक घटनाएं किसी भी कीमत पर नहीं होनी चाहिए। असामाजिक तत्वों की लिस्ट बनाकर रखें जो भी ऐसी घटनाओं में संलिप्त पाये जाएं उन पर सख्त कार्रवाई करें। अपराधियों के संरक्षण और भ्रष्टाचार की शिकायतों पर जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वर्ष के अंत में आंकड़े कम करना उद्देश्य नहीं होना चाहिए बल्कि प्रकरणों को शीघ्रता से निराकरण कर लोगों को न्याय दिलायें।
साप्ताहिक अवकाश की दिनों में मांगी रिपोर्ट
महिला विरूद्ध अपराधों पर संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल अपराधों पर तत्काल कार्रवाई करें। इसके साथ ही धर्मांतरण से जुड़े मुद्दे, सांप्रदायिक घटनाओं, भूमि विवाद जैसे संवेदनशील मामलों पर विशेष सतर्कता के साथ तत्काल कार्रवाई करने कहा। जिला स्तर पर पुलिसकर्मियों की समस्याओं का निराकरण करने और पुलिसकर्मियों को मिलने वाले वीकली ऑफ पर सभी जिलों को अगले 10 दिन में रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं।