बजरंग बोले- पद्मश्री वापस लूंगा, साक्षी मलिक संन्यास के फैसले पर दोबारा विचार करेंगी
नवप्रदेश डेस्क। New Body Of WFI Suspended : 3 दिन पहले 21 दिसंबर को ही WFI के चुनाव हुए थे। जिसमें भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह नए प्रेसिडेंट बनाये जाने के बाद कुश्ती संघ में विवादों ने फिर तूल पकड़ लिया। कुश्ती संघ में नूरा कुश्ती के बाद खेल मंत्रालय ने लिया बड़ा फैसला और 11 महीनों से विवादों में घिरी रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) की नई बॉडी को खेल मंत्रालय ने रविवार 24 दिसंबर को सस्पेंड कर दिया।
बृजभूषण के करीबी की जीत के विरोध में ओलिंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया था। पहलवान बजरंग पुनिया ने भी पद्मश्री लौटा दिया था। गूंगा पहलवान ने भी पद्मश्री लौटाने की घोषणा कर दी थी। पहलवान बजरंग पूनिया ने 22 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोशल मीडिया के जरिए चिट्ठी लिखकर पद्मश्री अवॉर्ड लौटाने का ऐलान किया था।
इधर संघ में बदलाव के बाद हाथ में पोस्टर लिए WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के बेटे प्रतीक भूषण सिंह की फोटो वायरल होने के बाद फिर विवादों ने टूल पकड़ लिया था। संजय सिंह की जीत के बाद उन्होंने पोस्टर लहराया। इसमें लिखा है- ‘दबदबा है, दबदबा रहेगा।
बता दें कि 21 दिसंबर को WFI के चुनाव में संजय सिंह नए अध्यक्ष बने थे। इसके कुछ देर बाद ही रेसलर साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का ऐलान किया था। 22 दिसंबर को बजरंग पुनिया पीएम आवास पर पद्मश्री लौटाने पहुंचे थे।
संजय सिंह बोले- फैसले से आश्चर्यचकित हूं, वजह पूछूंगा
संजय सिंह ने खेल मंत्रालय के एक्शन पर आश्चर्य जताया। उन्होंने कहा- खेल मंत्रालय ने जो भी निर्णय लिया है। मैं इसका स्वागत करता हूं। मगर मैं इस फैसले से आश्चर्य चकित हूं। मैं खेल मंत्रालय से इस बारे में पूछूंगा।