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NEET Financial Help For Students : सपनों में कटौती नहीं चाहिए… सरकारी स्कूल की 11 बेटियों ने नीट पास किया…अब फीस बनी चुनौती…

खूंटी, झारखंड, 21 जून| NEET financial help for students : “हम नीट पास कर सकती हैं, लेकिन लाखों की फीस नहीं चुका सकते” — यह दर्द है उन 11 छात्राओं का, जिन्होंने झारखंड के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में स्थित एक सरकारी स्कूल से निकलकर मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET) में सफलता प्राप्त की है। लेकिन अब उनके सपनों की राह में सिस्टम की चुप्पी और पैसे की दीवार खड़ी है।

संघर्ष की ज़मीन से सफलता की उड़ान

खूंटी ज़िले के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, कर्रा की 28 में से 11 छात्राओं ने नीट क्वालिफाई किया| सभी छात्राएं दलित, आदिवासी और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग से आती (NEET financial help for students)हैं| 2023 में ही स्कूल में साइंस स्ट्रीम शुरू हुई थी, उसी साल से नींव रखी गई थी इस बदलाव की

कोचिंग मिली, लेकिन कॉलेज नहीं!

जिला प्रशासन की ओर से स्कूल में फ्री नीट-जेईई कोचिंग उपलब्ध कराई गई, लेकिन सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सीट मिलने के लिए रैंक पर्याप्त नहीं

प्राइवेट कॉलेजों में एडमिशन के लिए 5 से 15 लाख रुपये तक की फीस

आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं के लिए सपना अब बोझ बनता दिख रहा (NEET financial help for students)है

रोशनी और रूपांजलि की कहानी: “हमने हार नहीं मानी, लेकिन अब विकल्प कम हैं”

रोशनी तिग्गा कहती हैं, “मेरे पापा खेतिहर मजदूर हैं… अगर सरकार मदद नहीं करती तो हमें B.Sc नर्सिंग जैसे विकल्प चुनने पड़ेंगे।” रूपांजलि कुमारी बताती (NEET financial help for students)हैं कि रात में लालटेन की रोशनी में पढ़कर उसने परीक्षा पास की, लेकिन अब दाखिले की उम्मीदें धुंधली हो रही हैं

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