भोपाल/नवप्रदेश। Nayak Shivraj : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अनिल कपूर की फिल्म नायक का किरदार खूब रास आ गया है। इस वजह से उनके तेवर आजकल कुछ अलग ही नजर आते हैं। मंच से अफसरों को सस्पेंड करते हैं। ग्रामीणों और किसानों के बीच जाते हैं। शिकायतें सीधे सुनते हैं और बड़े अफसरों को तत्काल निलंबित भी करते हैं।
बैतूल के 4 अधिकारी सस्पेंड
शनिवार को भी कुछ ऐसा ही (Nayak Shivraj) हुआ। पहले तो बैतूल के चार अधिकारियों को सस्पेंड किया। उसके बाद डेस्टिनेशन बताए बिना हेलीकॉप्टर में सवार हो गए। अचानक कहा कि डिंडौरी चलना है। फिर क्या था डिंडौरी के शाहपुरा में चॉपर उतरा। यहां से सीधे वे सड़क मार्ग से बेलगांव मध्यम सिंचाई परियोजना (बिलगढ़ा) बांध पहुंच गए। वहां ग्रामीणों और किसानों से मुलाकात की।
उनकी शिकायतों को सुना और तत्काल तीन अफसरों ईई वीजी एस सांडिया, एसई एसके चौधरी, एसडीओ बेलगांव एम के रोहतास, शहपुरा शाला बड़झर आदिवासी बालक आश्रम के छात्रावास अधीक्षक कमलेश कुमार, बीज वितरण में लापरवाही बरतने पर प्रभारी कृषि अश्विनी झारिया और मंडला जिलाा अस्पताल के सिविल सर्जन साकया को सस्पेंड करने का फरमान भी जारी कर दिया। वहीं, सीएम ने अच्छा काम करने वाले अधिकारियों के सम्मानित भी किया।
कानून पेसा की जानकारी देने शिवराज गए डिंडौरी
डिंडौरी एक आदिवासी जिला (Nayak Shivraj) है। जिले में 927 गांव हैं। इसमें से 899 में बैगा जनजाति रहती है। शिवराज इन दिनों आदिवासियों के लिए लागू किए नए कानून पेसा की जानकारी सबको देने की कोशिश में सभाएं कर रहे हैं। पिछले कुछ समय से भाजपा और शिवराज का फोकस साफ है। जनजातीय वर्ग के बीच जा रहे हैं, उनकी समस्या सुन रहे हैं। वहीं, आदिवासी बालक आश्रम शाला बड़झर विधानसभा शहपुरा जिला डिण्डौरी के छात्रावास अधीक्षक कमलेश कुमार को सस्पेंड किया।