- हथियार और राउंड भी बरामद, किरन्दुल थानाक्षेत्र के पेरपा के जंगलो में हुई मुठभेड़
दन्तेवाड़ा। नक्सलियों के खिलाफ दन्तेवाड़ा में जिला पुलिस बल ने सक्रिय अभियान छेड़ रखा है। जिसके बाद से लगातार बीते दो सप्ताह भर में 3 बड़े ईनामी नक्सलियों को दन्तेवाड़ा जिला पुलिसबल और डीआरजी ने रेड कॉरिडोर के अंदर घुसकर मार गिराया। गुरुवार के दिन किरन्दुल थानाक्षेत्र के अंतर्गत पेरपा और मड़कामीरास के जंगलो में डीआरजी और किरन्दुल पुलिस की संयुक्त टुकड़ी ने मुठभेड़ करते हुए 8 लाख के ईनामी नक्सली मुइया को मार गिराया साथ ही मुठभेड़ स्थल से 315 बोर का हथियार सहित 6 राउंड गोलियां भी बरामद कर ली। मुइया नक्सलियो की 24 नम्बर प्लाटून कमांडर बताया जा रहा है। साथ ही यह मलंगीर एरिया कमेटी में सक्रिय होकर बड़ी वारदातों को शामिल बताया जा रहा है।
अरनपुर थाना अंतर्गतअरनपुर बंडीपारा के रूप में पुलिस ने मुइया की शिनाख्त भी कर ली है। दन्तेवाड़ा पुलिस कार्यालय में दन्तेवाड़ा एसपी ने प्रेसवार्ता कर खुलासा किया कि 20088 से लेकर 2012 तक मलंगीर एरिया कमेटी में सक्रिय था। 2012 में एक हेड कांस्टेबल की हत्या करने के बाद नक्सलियो के संगठन में मुइया को बटालियन भेजा गया जिसमें नक्सलियो की बटालियन नंबर 1 में इसने काम किया यही वह दौर था जब मुइया ने बड़ी बड़ी घटनाओं में शामिल होकर बुरकापाल, ताडमेटला जैसी बड़ी घटनाओं में शामिल होकर बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है, 2017 में डोरापारा बुरगुम मुठभेड़ में मुइया का भाई देवा मारा गया था इसी मुठभेड़ का बदला लेने के लिए इसे मलंगीर एरिया कमेटी की जबाबदारी सौंपी गई थी कुआकोंडा के इलाके भर में जितनी बड़ी नक्सली घटना हुई है सब में इसका हाथ रहा है नीलवाया की घटना भी मृत नक्सली मुइया ही मास्टरमाइंड था। बुरगुम इनकाउंटर का बदला लेने के लिए पहुँच हुआ था। एसपी ने दावा किया निश्चित रूप से मुठभेड़ में मुइया के मरने से अरनपुर व कुआकोंडा थाना क्षेत्र में शांति बहाली आएगी और आने वाले समय में बाकी खूंखार नक्सली जो पुलिस पार्टी पर हमला करेंगे उसे भी पुलिस सर्च ऑपरेशन चलाकर यही हश्र करेगी।