रायपुर, नवप्रदेश। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज छत्तीसगढ़ के बस्तर दौरे पर रहेंगे। शाम 5 बजे एयरफोर्स के विमान से जगदलपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां से हेलीकॉप्टर के माध्यम से करनपुर के कोबरा 201/204 बटालियन के कैंप जाएंगे। जहां असफर और जवानों से मुलाकात करेंगे। इसी कैंप में रात गुजारेंगे।
25 मार्च की सुबह 8 बजे से 10:30 बजे तक CRPF के 84वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल (Naxal Free State) होंगे। जिसके बाद नागपुर के लिए रवाना होंगे। इसके पहले आज दोपहर सीआरपीएफ के डीजी ने प्रेसवार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में माओवादियों से निपटने के लिए सीआरपीएफ तैनात किया गया है।
तब से नक्सली घटनाओं में कमी आयी है। उन्होंने बताया कि 38 यूनिट नक्सल विरोधी अभियान में कार्यरत हैं। विगत दो वर्षों में लगभग 53 FOB का गठन हुआ है जो स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर किया जाता है।
FOB बनने से सड़क, पुलिया, स्कूल, आंगनबाड़ी और शासकीय योजनाएं चालू हुई है। ग्रामीणों का जैसे- जैसे विश्वास बढ़ेगा वैसे-वैसे नए रोजगार के अवसर मिलेंगे। इससे पलायन कम होगा। छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त करने के लिए बिहार और झरखड़ में जैसे अभियान चलाए गए, यहां भी उसी तरह काम किया जाएगा। स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर नक्सली लीडरों को टारगेट किया जाएगा। जिससे नक्सलवाद का खात्मा (Naxal Free State) हो।
जगदलपुर में खुलेगा ट्रामा सेंटर : सीआरपीएफ के डीजी ने बताया कि जगदलपुर में बहुत जल्द ट्रामा सेंटर खोला जाएगा। ट्रामा सेंटर का प्रस्ताव पूरा हो चुका है। इसके लिए करनपुर को चिन्हित किया गया है। इसके खुलने से जहां गंभीर घायल जवानों को तत्काल इलाज की सुविधा मिलेगी। वहीं स्थानीय ग्रामीणों को भी ट्रामा सेंटर का लाभ मिलेगा।
जवानों का मनोबल बढ़ा हुआ है : उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ के 84वें स्थापना दिवस पर गृह मंत्री रहे हैं, जिससे पूरा कैंप उत्साहित है। सभी जवानों का मनोबल बढ़ा हुआ है। केंद्रीय गृह मंत्री जवानों के साथ भोजन और संवाद करेंगे। सीआरपीएफ विश्व का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है जिसकी संख्या सवा तीन लाख के करीब है। सबसे ज्यादा बल जम्मू कश्मीर में है। पूरे देश में नक्सल विरोधी गतिविधियां जारी है।
सीआरपीएफ और राज्य पुलिस की मेहनत ने राज्य सरकारों की रूकी हुई गतिविधियां सुचारू रूप से संचालित हो रही है। झारखंड में भी अभियान जारी (Naxal Free State) है। सीआरपीएफ भारत का एकमात्र ऐसा फोर्स है जिसमें 5 महिला अधिकारी पदस्थ हैं। महिलाओं की भागीदारी सीआरपीएफ में काफी बढ़ी है। नारी शसक्तिकरण को इससे बढ़ावा मिल रहा है। सभी क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी अति आवश्यक है।