National Film Awards 2025 : भारतीय सिनेमा के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब तीन दमदार कलाकारों शाहरुख खान, रानी मुखर्जी और विक्रांत मैस्सी को अपने-अपने करियर का पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार एक ही वर्ष में मिला है। तीनों सितारों की फिल्मों ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाया बल्कि ज्यूरी का दिल भी जीत लिया।
शाहरुख खान को एटली निर्देशित फिल्म जवान में उनके डबल रोल के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। इसी कैटेगरी में विक्रांत मैस्सी को ट्वेल्थ फेल में आइपीएस मनोज शर्मा की संघर्षपूर्ण भूमिका के लिए संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया। वहीं, रानी मुखर्जी को मिसेज चटर्जी वर्सेज नार्वे में उनके तीव्र और संवेदनशील प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का अवॉर्ड(National Film Awards 2025) मिला। यह पहली बार है जब इन तीनों सितारों को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है और वह भी एक साथ!
हिंदी सिनेमा का जलवा
इस बार हिंदी फिल्मों का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में जबरदस्त दबदबा रहा कुल 16 पुरस्कार हिंदी फिल्मों की झोली में गए। इनमें कटहल – अ जैकफ्रूट मिस्ट्री को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म, रॉकी और रानी की प्रेम कहानी को सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म, और सैम बहादुर को सामाजिक और राष्ट्रीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाली सर्वश्रेष्ठ फिल्म का खिताब मिला।
कलाकारों की प्रतिक्रिया
रानी मुखर्जी:
“यह अवॉर्ड मैं दुनिया की हर उस मां को समर्पित करती हूं जो अपने बच्चों के लिए सब कुछ दांव(National Film Awards 2025) पर लगा देती है। यह फिल्म मेरे लिए बेहद भावनात्मक और व्यक्तिगत रही है।”
विक्रांत मैस्सी:
“सपने जैसा है… पहली फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड मिलना एक आशीर्वाद है। ग्वालियर की मिट्टी भी इस अवॉर्ड की भागीदार है।”
शाहरुख खान:
“मैं भारत सरकार और सूचना प्रसारण मंत्रालय का धन्यवाद करता हूं। यह अवॉर्ड मेरे परिवार, फैंस और पूरी टीम के लिए है।”
अन्य प्रमुख विजेता
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक: सुदीप्तो सेन (द केरल स्टोरी)
सर्वश्रेष्ठ सिनेमेटोग्राफर: प्रसंतनु मोहपात्रा (द केरल स्टोरी)
सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका: शिल्पा राव (चलेया – जवान)
सर्वश्रेष्ठ नॉन-फीचर फिल्म: फ्लावरिंग मैन
सर्वश्रेष्ठ म्यूजिक डायरेक्टर: हर्षवर्धन रामेश्वर (एनिमल)
एक नया अध्याय: नेशनल अवॉर्ड में नया स्टार पावर
2023 की ये फिल्में सिर्फ कहानी नहीं थीं, ये आंदोलन थीं समाज, संघर्ष और समर्पण की। शाहरुख की जवान हो या रानी की मिसेज चटर्जी(National Film Awards 2025), या फिर विक्रांत की ट्वेल्थ फेल इन कहानियों ने लोगों के दिल और नीति निर्माताओं के ज़ेहन दोनों पर गहरी छाप छोड़ी।