नवप्रदेश संवाददाता
खैरागढ़। नगर से महज 5 किमी. की दूरी पर छुईखदान-खैरागढ़ chhueekhadaan -khairaagadh मार्ग पर स्थित मां नर्मदा मैया Narmada Maia का मंदिर व कुंड Furrow है। जिसके नाम से हर साल मेला लगता है और मेले के बहाने लाखों श्रद्धालु जिस कुंड Furrow में स्नान करते हैं, उक्त कुंड Furrow में कल 10 अगस्त 2019 लगभग 12 बजे अप्राकृतिक घटना घटी।
जिस कुंड Furrow से पूरे साल भर जमीनी सोता का पानी पूरे वेग से निकल कर कुंड को लबालब भर देता था और कुंड के भर जाने के बाद ऊपर का पानी बह कर और अलग बने दो कुंडों में जाकर उसे भी भर देता था वो कुंड आज भरपूर बारिश में भी सूख गया है।
नर्मदा के ग्रामीणों के बताए अनुसार आज लगभग 12 बजे तक मां नर्मदा narmada Furrowके मुख्य कुंड में पानी लबालब भरा हुआ था। अचानक मुख्य कुंड लगभग 12 बजे सूख गया। जिसके बाद बारिश के पानी से लबालब भरे हुए छोटे नाले का पानी वेग के साथ बहकर दो अन्य कुंडों से होते हुए उसी मुख्य कुंड में जाने लगा है।
ग्रामीणों के अनुसार लगभग 10 हार्स पावर की मोटर जितना पानी बाहर फेंकती है उतना ही पानी छोटे नाले से बहते हुए मुख्य कुंड में जा रहा है । इन सबके बाद भी लगभग 2घंटे में भी उक्त मुख्य कुंड में पानी नहीं भर रहा है। लगातार पानी मुख्य कुंड से जमीन के अंदर जा रहा है।
लगातार हो रही भारी बारिश, नदी-नाले उफान पर
यहां ये बता देना लाजमी है कि एक दिन पहले देर शाम से पूरी रात क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है जिसके चलते नदी नाले
उफान पर हैं। इसके बाद भी का यह मुख्य कुंड दोपहर लगभग 12 बजे सूख गया, जो कि आम जनता सहित हर व्यक्ति के लिए समझ से परे है ।
मुख्य कुंड के पानी के जमींदोज होने की खबर जब क्षेत्र में सोशल साइट्स के माध्यम से फैली तो उक्त कुंड को देखने के लिए लोगों की भीड़ इक_ा होने लगी। अनहोनी की आशंका को देखते हुए 112 को काल कर बुलाया भी गया पर 112 के कर्मचारी आये और चले गए।
लोगों में तरह-तरह की हो रहीं चर्चाएं कुंड को देखने आये लोगो से पूछताछ करने पर पता चला की कई पीढिय़ों में ऐसी घटना पहली बार हो रही है कि भारी बरसात में कुंड सूख गया।
प्लेट खिसकना ला सकता है बड़ी मुसीबत
यदि जमीन के अंदर प्लेट खिसकी होगी तो यह बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। क्योंकि जमीन की प्लेट खिसकने और पानी का लगातार उसमें भरते रहना कहीं न कहीं जमीन को खोखला कर सकता है और बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। इसके लिए चाहिए कि उक्त कुंड के पास देखने आये लोगों को वहां से लगातार हटाया जाना चाहिए।