-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय पोलैंड और यूक्रेन के दौरे पर
यूक्रेन। PM Modi Security in Ukraine: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोलैंड और यूक्रेन के दौरे पर हैं। पोलैंड के प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद पीएम मोदी आज ट्रेन से यूक्रेन जाएंगे। यूक्रेन की यात्रा का यह उनका पहला अवसर है। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच प्रधानमंत्री मोदी के दौरे की काफी चर्चा हो रही है। जब प्रधानमंत्री देश से बाहर जाते हैं तो उनकी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया जाता है। लेकिन आप सोच रहे होंगे कि यूक्रेन जैसे युद्धग्रस्त देश में उनकी सुरक्षा कैसी होगी।
प्रधानमंत्री के सुरक्षा गार्ड कौन हैं?
भारत के प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की होती है। एसपीजी भारत और विदेश दोनों में प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए भी जिम्मेदार है। प्रधानमंत्री (PM Modi Security in Ukraine) के साथ एसपीजी की एक टीम भी विदेश जाती है। प्रधानमंत्री के दौरे की योजना, प्रधानमंत्री की आवास व्यवस्था, कार्यक्रम आदि एसपीजी के ब्लू बुक प्रोटोकॉल के आधार पर तैयार किए जाते हैं।
विदेशों में कैसे होती है व्यवस्था?
जब प्रधानमंत्री देश से बाहर जाते हैं तो एसपीजी एडवांस सिक्योरिटी लाइजन टीम उस देश में जाती है और प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले जांच करती है। दौरे से पहले प्रधानमंत्री की तैयारियों और बाकी सभी चीजों को जांचने के बाद दौरे की रूपरेखा तय की जाती है। विदेश में एसपीजी कमांडो पूरे समय प्रधानमंत्री के साथ रहते हैं।
यूक्रेन में कैसी होगी व्यवस्था?
पीएम मोदी की सुरक्षा में एसपीजी कमांडो के साथ यूक्रेनी सुरक्षा बल तैनात रहेंगे। वहां की सुरक्षा की जिम्मेदारी यूक्रेन की है। लेकिन एसपीजी कमांडो प्रधानमंत्री के बेहद करीब होंगे। जिस ट्रेन में पीएम मोदी यात्रा करेंगे वह निगरानी प्रणाली, सुरक्षित नेटवर्क और सुरक्षा कर्मियों की एक विशेष टीम से सुसज्जित है। ये सुरक्षा प्रणालियाँ ट्रेन के बाहर की स्थिति का विशेष ध्यान रखती हैं।
प्रधानमंत्री ने युद्ध पर जताई चिंता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पोलिश प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पोलैंड के साथ संबंध विशेष महत्व रखते हैं। भारत और पोलैंड के बीच रिश्ते बेहतर हो रहे हैं। आज भारत-पोलैंड संबंधों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण दिन है।
आज 45 साल बाद भारत के प्रधानमंत्री (PM Modi Security in Ukraine) ने पोलैंड का दौरा किया। यूक्रेन संकट के दौरान पोलैंड के सहयोग का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा यूक्रेन संकट के दौरान वहां फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के 2022 के अभियान में पोलैंड ने जो उदारता दिखाई थी, उसे भारत कभी नहीं भूल सकता।
समस्या का समाधान युद्धक्षेत्र नहीं है
दुनिया के कई हिस्सों में चल रहे संघर्ष को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसी भी संकट में निर्दोष लोगों की जान जाना पूरी मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। हम यथाशीघ्र शांति और स्थिरता बहाल करने के लिए बातचीत और कूटनीति का समर्थन करते हैं। इसके लिए भारत अपने मित्र देशों को हरसंभव सहयोग करने को तैयार है। यूक्रेन और पश्चिम एशिया में चल रहा युद्ध हम सभी के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का मानना है कि युद्ध के मैदान में किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता।े