नारायणपुर/रायपुर/नवप्रदेश। नारायणपुर (narayanpur) के कड़ेनार स्थित आईटीबीपी कैंप (itbp camp) में बुधवार को जवानों के बीच हुई फायरिंग (firing) को लेकर नई बात सामने आई है। 4 दिसंबर को हुई इस घटना के संबंध में आई अब तक की खबरों के मुताबिक साथी जवानों पर गोलियां चलाने वाला आरोपी जवान मसुदुल रहमान उस दिन छुट्टी पर जा रहा था।
लेकिन सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मसुदुल उस दिन छुट्टी पर नहीं जाना चाह रहा था। वह 20 दिसंबर के बाद पश्चिम बंगाल स्थित अपने गांव जाना चाहता था। इसकी वजह दिसंबर के अंतिम व जनवरी के पहले हफ्ते में उसके घर-परिवार में कोई कार्यक्रम हो सकती थी। लेकिन सूत्रों के मुताबिक 4 दिसंबर को उसे एक तरह से जबर्दस्ती छुट्टी दी गई थी। लिहाजा उस दिन मसुदुल मन मारकर छुट्टी पर जा रहा था।
मसुदुल ने वायरलेस टेलिकम्यूनिकेशन के हेड कांस्टेबल से भी पूछा था कि उसने उसकी छुट्टी की एप्लिकशन हेड ऑफिस को तो नहीं भेजी, जवाब हां मिला। गौरतलब है कि मसुदुल द्वारा की गई फायरिंग में एक वायरलेस टलिकम्यूनिकेशन (डब्ल्यूटी) वाले बैरक में घुसकर भी फायरिंग की थी, और मृत जवानों मेंं एक डब्ल्यूटी का हेडकांस्टेबल भी था।
दोस्ताना अंदाज में होने वाला विवाद भी रहा बड़ी वजह
इसके अलावा नारायणपुर (narayanpur) के कड़ेनार स्थित आईटीबीपी कैंप (itbp camp) में मसुदुल व साथी जवानों के बीच दोस्ताना अंदाज में होने वाला विवाद भी इस घटना की वजह बना। सूत्र बताते हैं कि मसुदुल व साथियों के बीच कुछ दिनों से वर्तमान ज्वलंत मुद्दों को लेकर बहस हो रही थी। इसी दौरान वह खुद को अकेला महसूस किया करता था। शायह वह इसे अपनी प्रताडऩा समझने लगा था, जिससे साथियों के प्रति उसके मन में बैर पनपता जा रहा था।