Nag Panchami: आज देशभर में नाग पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है। हर वर्ष सावन शुक्ल पंचमी तिथि को नाग पंचमी के अवसर पर नागों की पूजा करने की परंपरा है। आज के दिन कुंडली में कालसर्प दोष की शांति या उससे मुक्ति के लिए भी पूजा कराई जाती है। नाग पंचमी के दिन पूजा कराने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। भगवान शिव का भी आशीष मिलता है। आइए जानते हैं कि आज कालसर्प दोष पूजा के लिए मुहूर्त क्या है, पूजा मंत्र और अन्य उपाय के क्या हैं?
नाग पंचमी 2021 पूजा मुहूर्त
पंचमी तिथि 12 अगस्त को शाम 04 बजकर (Nag Panchami) 54 मिनट से प्रारंभ हुई।
आज 13 अगस्त को दोपहर 03 बजकर 12 मिनट तक है।
नाग पंचती पूजा मूहूर्त: आज सुबह 06 बजकर 04 मिनट से सुबह 08 बजकर 36 मिनट तक।
साध्य योग: आज दोपहर 03 बजकर 17 मिनट तक है। यह शुभ मुहूर्त है।
कालसर्प दोष निवारण मंत्र
नाग गायत्री मंत्र: ‘ॐ नवकुलाय विद्यमहे विषदंताय धीमहि तन्नो सर्प: प्रचोदयात्।’ इस मंत्र को (Nag Panchami) कालसर्प दोष निवराण के लिए प्रभावी माना जाता है। इसके अलावा आप ‘ॐ नमः शिवाय’ और ‘ॐ नागदेवताय नम:’ मंत्र का जाप कर सकते हैं। रुद्राक्ष माला से 108 बार जप करना होता है।
कालसर्प दोष निवारण उपाय
- कालसर्प दोष से मुक्ति का प्रभावी उपाय सावन में भगवान शिव का रुद्राभिषेक है।
- चांदी से निर्मित नाग-नागिन का जोड़ा बनवा लें। इसके बाद उसे किसी नदी या बहते जल में प्रवाहित कर दें।
- आज नाग पंचमी के दिन किसी शिव मंदिर में शिवलिंग पर गाय का दूध और मिश्री चढ़ाएं। इसके पश्चात भगवान भोलेनाथ के शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करें। इस पाठ को प्रतिदिन भी कर सकते हैं।
- कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए पूजा घर में भगवान श्रीकृष्ण की मोर पंख वाली मूर्ति स्थापित करें। उसकी प्रतिदिन पूजा करें।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, आज नाग पंचमी (Nag Panchami) पर नागों की पूजा करने से माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं क्योंकि नाग उनके रक्षक हैं। माता लक्ष्मी प्रसन्न होकर धन समृद्धि देती हैं।
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