उत्तर छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से घना कोहरा और कड़ाके की ठंड ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से न्यूनतम तापमान में गिरावट होने के कारण सरसों की फसल (Mustard Crop Frost Damage) पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
लगातार कोहरे और अत्यधिक नमी के कारण फसल के फूल आने की अवस्था पर माहो (Aphid Infestation) और अन्य कीट-व्याधियों का प्रकोप तेजी से बढ़ गया है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर समय पर नियंत्रण नहीं किया गया तो सरसों (Mustard Crop) का उत्पादन इस साल काफी कम हो सकता है।
साग-सब्जियों पर भी खतरा
कोहरे और ठंड का असर केवल सरसों तक सीमित नहीं है। साग-सब्जियों (Leafy Vegetables Frost Risk) की खेती पर भी पाले का खतरा बढ़ गया है। कई क्षेत्रों में सब्जियों की पत्तियां झुलसने लगी हैं, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान हो सकता है। कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे स्प्रिंकलर सिंचाई (Sprinkler Irrigation) और बार-बार हल्की सिंचाई अपनाएं, ताकि तापमान का प्रभाव कम किया जा सके।
बिना पके फसलों और सब्जियों के पौधों को सरकंडा, स्ट्रा, पालिथिन शीट या गन्नी बैग (Crop Cover Protection) से ढकना आवश्यक है। केले की खेती में गुच्छों को छिद्रयुक्त पालिथिन बैग (Banana Bunch Cover) से ढकने की सलाह दी गई है। धान की नर्सरी में रात के समय क्यारियों को पालिथिन शीट (Polythene Sheet) से ढकना और सुबह शीघ्र हटाना फायदेमंद है। शाम को सिंचाई कर सुबह पानी निकालने से पाले का असर कम किया जा सकता है।
शीतलहर से बचाव के उपाय
जिन क्षेत्रों में शीतलहर (Cold Wave Impact) अधिक है, वहां किसान आश्रय वाली जगहों या बड़े पेड़ों की कतारों के बीच फसल उगाकर पाले से बचाव कर सकते हैं। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों से आग्रह किया है कि वे मौसम अपडेट (Weather Update) पर नजर रखें और समय पर वैज्ञानिक सलाह अपनाएं।
पड़ेगी कड़ाके की ठंड
मौसम विज्ञानी एएम भट्ट के अनुसार, अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ कमजोर होने के बाद 25 दिसंबर के आसपास कड़ाके की ठंड (Severe Cold) पड़ने की संभावना है। इससे फसलों और सब्जियों पर नकारात्मक प्रभाव बढ़ सकता है।
उत्तर छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए यह समय फसलों की निगरानी और वैज्ञानिक उपायों के लिए चुनौतीपूर्ण है। कृषि विभाग लगातार मौसम पर नजर (Weather Monitoring) रखते हुए सलाह जारी कर रहा है, ताकि सरसों की फसल (Mustard Crop Frost Damage) और अन्य साग-सब्जियों को सुरक्षित रखा जा सके।

