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muscle spasms: जिन रोगियों पर ऐंठन का आक्रमण बार-बार होता हो, उन्हें प्रतिदिन…

Muscle spasms, Patients who have frequent attacks of convulsions, they should,

muscle spasms

शरीर में ऐंठन का उपचार

muscle spasms: ऐंठन के रोगी को वायु बढ़ाने वाले खाद्य-पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दृष्टि से रोगी के लिए दालों का सेवन हानिकारक है। ठण्डे, शुष्क, खुरदरे, तिक्त और कसैले स्वाद वाले पदार्थ ऐसे रोगी को नुकसान पहुंचाते हैं। मीठे और खट्टे खाद्य-पदार्थों का सेवन रोगी पर्याप्त मात्रा में कर सकता है ।

इस रोग के लिए ‘सिंहनाद गुग्गुल’ नामक औषधि बहुत लाभदायक है। क्योंकि ऐसे रोगी अधिकतर कब्ज से पीड़ित रहते हैं। यदि इस औषधि से भी कब्ज दूर नहीं होती, तो रोगी को उसकी प्रकृति के अनुसार उचित मात्रा में ‘एरण्ड’ का तेल पीने को देना चाहिए।

जिन रोगियों पर ऐंठन (muscle spasms) का आक्रमण बार-बार होता हो, उन्हें प्रतिदिन स्नान से पहले साधारण तिल के तेल से ही अपने आप मालिश करनी चहिए।

व्यान वायु के विकार को दूर करने के लिए मालिश सबसे अच्छी चिकित्सा है। मालिश की क्रिया सारे शरीर पर दवाई वाला तेल मलकर की जाती है। इस रोग के लिए ‘महानारायण तेल’ की मालिश बहुत उपयोगी है।

सर्दी के मौसम में इस तेल को गर्म करके शरीर पर मलना चाहिए। यह उपाय इंटरनेट के माध्यम से लिए गए हैं कृपया अपने डाक्टर से सलाह लेकर ही उपाय करें। 

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