भोपाल, नवप्रदेश। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बीटेक के स्टूडेंट की लाश मिलने से हड़कंप मच (Murder Or Suicide) गया। रायसेन के बरखेड़ा इलाके की रेलवे पटरी पर लड़के की लाश मिली है। सूत्रों के मुताबिक जिस समय युवक की मौत हुई उसी दौरान युवक के पिता को
उसके बेटे के ही मोबाइल से एक व्हाट्सएप मैसेज आया था जिसमें लिखा था, “गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा सर तन से जुदा”।
मामला मध्य प्रदेश के रायसेन के बरखेड़ा इलाके का है जहां रेलवे ट्रैक पर निशंक राठौर नाम के युवक की संदिग्ध लाश मिली है। शुरुआती जांच में यह पता चला है कि जिस समय युवक की मौत (Murder Or Suicide) हुई,
उसी दौरान युवक के पिता उमा शंकर राठौर को एक व्हाट्सएप मैसेज आया जिसमें लिखा था कि राठौर साहब आपका बेटा बहुत बहादुर था। इसके अलावा लिखा था, “गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा।”
दरअसल निशांत राठौर का नर्मदापुरम में रहने वाला परिवार रविवार दोपहर 3:00 बजे से ही भोपाल में उसके लापता होने से परेशान था। उसके परिजन और दोस्त उस वक्त परेशान हो गए जब उन्होंने निशंक की इंस्टाग्राम स्टोरी और फेसबुक पर डली हुई स्टोरी देखी। स्टोरी पर निशांक की फोटो पर लिखा हुआ था – गुस्ताख-ए -बी की यही सजा सर तन से जुदा।
घरवाले निशंक की सोशल मीडिया पोस्ट से परेशान होकर लगातार उससे संपर्क करने की कोशिश करते रहे। उसके फोन पर रिंग जा रही थी और बार-बार कट रहा था। लेकिन तभी शाम को तकरीबन 6 बजे युवक के पिता उमा शंकर राठौर को एक व्हाट्सएप मैसेज आया जिसमें लिखा था कि राठौर साहब आपका बेटा बहुत बहादुर था।
इसके अलावा लिखा था कि ‘गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा” जिसके चलते परिवार रविवार रात में ही भोपाल पहुंचा और गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस निशंक की तलाश में जुट गई थी। इसी दौरान टीटी नगर पुलिस ने सीसीटीवी से पता लगाया कि निशंक अकेले ही मंडीदीप की ओर जा रहा है।
वहीं रायसेन पुलिस को इसी दौरान पता चला कि शाम करीब 6:10 पर ट्रेन से एक युवक पटरी पर कट गया है। पुलिस ने शव की शिनाख्त करके परिजनों को सूचना दी, फिलहाल एम्स में उसका पोस्टमार्टम करवाया गया है। लड़के के पिता उमाशंकर राठौर का कहना है कि उनका बेटा बहुत मस्त मौला था। जो कभी आत्महत्या नहीं कर सकता।
पिता ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस से जांच की मांग की है। इस मैसेज का मतलब पिता भी नहीं समझ पा रहे क्योंकि बेटे निशंक राठौर का हिंदुत्ववादी विचारधारा से कोई लेना-देना नहीं था। पिता यह भी सवाल उठा रहे हैं कि आत्महत्या की कोई वजह भी नहीं है, तो उनका बेटा आत्महत्या क्यों करेगा।
उमाशंकर राठौर के मुताबिक उनका लड़का मोबाइल से ऐसी पोस्ट उन्हें नहीं कर सकता है। इंस्टाग्राम पर भी उसने कैसे पोस्ट कि इस बात को लेकर आश्चर्य है। उन्होंने कहा कि मैं पुलिस से मांग कर रहा हूं कि जांच की जाए क्योंकि मेरा बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता।
वहीं इस मामले में 3 जिलों की पुलिस अलग-अलग दल बनाकर जांच कर रही है। भोपाल पुलिस ने टीम बनाकर जांच शुरू कर दी है कि फेसबुक-इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर यह मैसेज निशंक की मौत से पहले किए गए या उसकी मौत के बाद।