रायपुर/नवप्रदेश। Kawardha Violence : शांतिप्रिय कवर्धा में साम्प्रदायिक दंगे के बाद बुधवार को भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल वहां के लिए रवाना हुआ है। इसमें नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक नारायण चंदेल और सांसद संतोष पाण्डेय शामिल हैं। कवर्धा रवाना होने से पहले नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भूपेश सरकार को कई मुद्दों पर घेरा। उन्होंने कहा अपना राज्य जल रहा है और राज्य का मुखिया अन्य राज्य में राजनीति रोटी सेंक रहा है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा, वे लोग कवर्धा (Kawardha Violence) जा रहे हैं, वहां पीडि़त परिवारों से बातचीत करेंगे। प्रमुख लोगों से मुलाकात करेंगे। हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि घटना किन परिस्थितियों में हुई। ऐसी परिस्थिति कितने दिनों से बन रही थी। उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ के लिए यह बड़ी घटना है। जिस प्रकार से यह घटना हुई है, उसका आंकलन करने के लिए वहां जाना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा का कोई कार्यकर्ता दूसरे जिलों से कवर्धा नहीं गया है।
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, कवर्धा जल रहा है और लोग नेतागिरी करने बाहर जा रहे हैं। प्रदेश के गृह मंत्री मौनी बाबा बन गए हैं। इनको अपने प्रदेश और जिले की चिंता नहीं है। ऐसी स्थिति में हमको जाकर स्वयं आकलन करना चाहिए। शांति व्यवस्था स्थापित करने की बातचीत करनी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, भाजपा अवसर की राजनीति नहीं करती। भगवान की दया से 15 साल तक उनको सत्ता में रहने का अवसर मिला है। तब भी मौके की राजनीति नहीं किया। भगवान की कृपा रही तो आगे भी मिलेगा, पर अवसरवादी नहीं होंगे। जिनको ले देकर अवसर मिल गया है वह इसकी चिंता करें।
झंडा उतारने से शुरू हुआ विवाद
कवर्धा की एक स्ट्रीट लाइट पोल पर झंडा लगाने को लेकर शुरू हुए विवाद ने हिंसा (Kawardha Violence) का रूप ले लिया था। इसकी शुरुआत मंगलवार को विश्व हिंदू परिषद की ओर से बुलाए गए बंद और रैली से हुई। लोग लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर निकल आए और सैकड़ों वाहनों में तोडफ़ोड़ हुई। इस दौरान पुलिस बलों पर भी पत्थर फेंके गए। शहर की सड़कों पर घंटों उपद्रव चलता रहा और तमाम लोग दहशत से घरों में कैद रहे। स्थिति को संभालने के पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा और फिर कफ्र्यू लगा दिया गया।