-हर साल मानसून 22 मई को अंडमान और निकोबार में प्रवेश करता है
नई दिल्ली। Monsoon Update 2024: पिछले साल कम बारिश के कारण देश के किसानों को काफी नुकसान हुआ था। अब हर किसी का ध्यान इस बात पर है कि इस साल बारिश कब शुरू होगी और कैसी होगी। इस बीच मौसम विभाग ने मानसून को लेकर बड़ा अपडेट दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मानसून पहले आएगा।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के समय से पहले अंडमान-निकोबार में प्रवेश करने की उम्मीद है। आईएमडी (IMD) के पूर्वानुमान के मुताबिक 19 मई को मॉनसून के अंडमान और निकोबार पहुंचने की संभावना है। इसके बाद मानसून देश के अन्य हिस्सों में चला जाएगा। हर साल मानसून 22 मई को अंडमान और निकोबार में प्रवेश करता है। लेकिन इस साल इसके 3 दिन पहले प्रवेश करने का अनुमान है।
मौसम विभाग (Monsoon Update 2024 ) के मुताबिक देश में अल नीनो सिस्टम कमजोर हो रहा है और ला नीना की स्थिति सक्रिय हो रही है, जो इस साल अच्छे मानसून के लिए अनुकूल है। भारत में जल्द आ सकता है मॉनसून! मौसम विभाग ने कहा कि ला नीना के साथ-साथ हिंद महासागर डिपोल (आईओडी) स्थितियां भी इस साल अच्छे मानसून के लिए अनुकूल हैं, जो मानसून के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 19 मई तक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में प्रवेश करने की संभावना है। इसके बाद यह 1 जून के बीच केरल पहुंचेगा। मानसून के बंगाल की खाड़ी से भारत की मुख्य भूमि की ओर बढऩे के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं, इसलिए 19 मई तक मानसून के भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने की उम्मीद है।
हर साल मानसून 22 मई को आता है इस साल मानसून 19 मई को आएगा। महाराष्ट्र में भी जल्द ही मानसून आने वाला है। मौसम विभाग का अनुमान है कि महाराष्ट्र में 11 जून को मानसून आ सकता है। दिल्ली में 30 जून को मॉनसून शुरू हो सकता है। उससे पहले 10 जून को चेन्नई में इसकी शुरुआत होगी।
भारत में इस साल मानसून में औसत से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। इस महीने की शुरुआत में भी आईएमडी ने मई में सामान्य से अधिक बारिश की भविष्यवाणी की थी। दक्षिणी राज्यों तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में अगले दो दिनों तक तूफान और बारिश जारी रहने की संभावना है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 19 मई तक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में प्रवेश करने की संभावना है। इसके बाद यह 1 जून के बीच केरल पहुंचेगा। मानसून के बंगाल की खाड़ी से भारत की मुख्य भूमि की ओर बढऩे के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं, इसलिए 19 मई तक मानसून के भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने की उम्मीद है।