रायपुर/नवप्रदेश। Monsoon System : खंड वर्षा के बाद कई दिनों तक नॉन स्टॉप बारिश ने प्रदेश को तरबतर कर दिया था। अब एक हफ्ते तक कुछ जगहों पर कम या न के बराबर बारिश के बाद एक बार फिर चक्रवाती हवाओं ने राजस्थान और पश्चिम बंगाल के ऊपर एक मजबूत मानसून सिस्टम बना लिया है।
इसके प्रभाव से छत्तीसगढ़ में मंगलवार को एक बार फिर बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग के कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। साथ ही आकाशीय बिजली भी गिर सकती है।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि 21 सितंबर को प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना भी बन रही है। इस दौरान गरज-चमक के साथ वज्रपात होने की भी संभावना है। मुख्यत: रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग में भारी बारिश हो सकती है।
वहीं मौसम विभाग ने रात 8 बजे एक चेतावनी जारी कर प्रदेश के रायगढ़, सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर, जशपुर, बिलासपुर, कोरिया और इन जिलों से लगे हुए जिलों में अगले 4 घंटे में भारी बारिश की संभावना भी जताई है।
बेमेतरा में हुई सबसे अधिक बरसात
मौसम विभाग (Monsoon System) ने रविवार को 12 से अधिक जिलों में बरसात की चेतावनी जारी की थी। सुबह की रिपोर्ट के मुताबिक, बेमेतरा में सबसे अधिक बरसात हुई। यहां 24 घंटे में 113.2 मिमी पानी गिरा। एक जून से अब तक वहां 1 हजार 673 मिमी बरसात हो चुकी है। यह सामान्य का 148 प्रतिशत है। जांजगीर-चांपा के सारागांव में 75 मिमी बरसात हुई है। बलरामपुर-रामानुजगंज के कुसमी में 78 मिमी बरसात दर्ज की गई है। इसके अलावा अधिकांश जिलों में 2 से लेकर 65 मिमी तक पानी गिरा है।
आज भी हुई है बरसात
प्रदेश के अधिकांश जिलों में आज भी हल्की से मध्यम स्तर की बरसात हुई है। अम्बिकापुर और जगदलपुर में हल्की बरसात है। वहीं बेमेतरा में 11 मिमी, कुसमी में 8 मिमी और जैजैपुर में 6 मिमी बरसात हुई है। प्रतापपुर और मनोरा में 5 मिमी, वाड्रफनगर, सक्ती, सोनहट, चांपा, बोड़ला में 4 मिमी बरसात दर्ज हुई।
अच्छी बरसात की संभावना
मौजूदा सिस्टम (Monsoon System) को देखते हुए 22 सितंबर तक छत्तीसगढ़ में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की ही संभावना है। इस बीच एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। बताया जा रहा है, कुछ क्षेत्रों में अच्छी बरसात होगी। मौसम विभाग पहले ही कह चुका है कि इस बार मानसून देरी से जाएगा।