प्रदेश के कई जिलों में येलो अलर्ट जारी
रायपुर/नवप्रदेश। Monsoon : छत्तीसगढ़ में मानसून की सक्रियता लगातार बरकरार है। प्रदेश के कई जिलों में लगातार बारिश की स्थिति बनी हुई है। लगभग सभी जिलों में बारिश अच्छी होने से धान की रोपाई के लिए किसानों को बड़ी राहत मिलती दिखाई दे रही है। इस बार करीब 20 साल बाद प्रदेश में मानसून जून के पहले सप्ताह में ही दस्तक दे दिया।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार (Monsoon) एक चक्रीय चक्रवाती घेरा तटीय उड़ीसा और उसके आसपास 2.1 किलोमीटर से 3.6 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। एक द्रोणीका उत्तर- पश्चिम राजस्थान से पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पूर्वी राजस्थान, उत्तर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। पूर्व-पश्चिम shear zone 20 डिग्री उत्तर में 3.1 से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है।
रायपुर मौसम विभाग के विज्ञानी एच.पी.चंद्रा ने प्रदेश के कई स्थानों में (Monsoon) गरज चमक के साथ भारी वर्षा होने तथा वज्रपात होने की संभावना जताई है। चंद्रा ने कहा कि भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः दक्षिण छत्तीसगढ़ है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। वहीँ रविवार 11 जुलाई को प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना जताई गई है। हवा में आद्रता बढ़ने से मौसम में उमस बनी हुई है। आगामी दो दिनों में प्रभावित होने से भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
Monsoon :लबालब बांध के गेट खुले
सरगुजा के घुनघुट्टा बांध के गेट को जिला प्रशासन के निर्देश के बाद खोल दिया गया है। ये पहली बार है (Monsoon) जब जुलाई के महीने में ही छत्तीसगढ़ का ये बांध पूरी तरह से लबालब है। घुनघुट्टा बांध में 581 क्यूबेक मिटर भराव की क्षमता है, जिसमे पानी भर जाने से अब दो गेट खोल दिया गया है। प्रशासन ने बांध के करीब निवासरत लोगों को पहले आश्रय स्थल तक पहुँचाया है और अब मुनादी भी करवा दी गई कि बांध के करीब कोई न जाये। हालांकि प्रशासन ने अपनी निगरानी टीम को भी इस स्थान पर मुस्तैद कर दिया है ताकि कोई दुर्घटना न हो सके।
वहीं कमोबेश हालात प्रदेश के दूसरे बांधों का भी है। लगभग सभी बांधों में लागतार हो रही बारिश से भराव की स्थिति है। बस्तर क्षेत्र में अब तक सबसे ज्यादा भारी वर्षा होने का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के रायपुर में अनुसार में अभी औसत बारिश दर्ज की गई है।