-सवित्री ठाकुर खुद 12वीं पास हैं और वह एक बोर्ड पर ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ लिखना चाहती थीं, लेकिन वह ठीक से नहीं लिख पाईं
नई दिल्ली। minister savitri thakur: केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर स्कूल चलें हम अभियान के तहत मध्य प्रदेश के धार जिले के ब्रह्मकुंडी के एक सरकारी स्कूल में पहुंचीं। जानकारी के मुताबिक सावित्री ठाकुर खुद 12वीं पास हैं और इस दौरान वह एक बोर्ड पर ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ लिखना चाहती थीं, लेकिन वह ठीक से नहीं लिख पाईं। इसकी जगह उन्होंने ‘बेधी पढ़ाओ बचाओ लिखा। वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस घटना पर कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने जोरदार हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से इस बारे में ट्वीट किया है। कहा जाता है कि यह देश का दुर्भाग्य है या लोकतंत्र की विफलता। इसके लिए देश का संविधान और हमारी शिक्षा नीति जिम्मेदार है। इस आलोचना के बाद बीजेपी ने भी प्रतिक्रिया दी है।
भाजपा प्रवक्ता डॉ. हितेश बाजपेयी ने ट्विटर पर प्रतिक्रिया दी है। सोचिए कांग्रेस के शासन में आदिवासी लड़कियाँ (minister savitri thakur) किन परिस्थितियों में पढ़ पाती थीं! जो काम आपके राहुल नहीं कर सके वह गरीब आदिवासी परिवार की इस लड़की ने कर दिखाया। इतना ही नहीं, कठिन और गरीबी में पढ़कर वह भाजपा की महिला बाल विकास मंत्री बनीं 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई की।
उन सभी लड़कियों की मदद करने की कसम खाई है जो उनकी तरह कठिन जीवन जी रही हैं। आपने और कांग्रेस ने आदिवासी महिलाओं का अपमान करने की कसम खाई है पंडित जी। यह देश और समाज आपकी गरीब विरोधी और महिला विरोधी मानसिकता को कभी माफ नहीं करेगा। एक आदिवासी परिवार की लड़की होने के नाते क्या तुम्हें यह पता होगा?