- लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में करारी हार के बाद कांग्रेस ने राज्य में पार्टी अध्यक्ष बदल दिया है. इससे पहले सीएम भूपेश बघेल ही राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष भी थे.
रायपुर । लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में करारी हार के बाद कांग्रेस ने राज्य में पार्टी अध्यक्ष बदल दिया है. इससे पहले सीएम भूपेश बघेल ही राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष भी थे. इससे पहले भी खबर आई थी कि कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर किसी आदिवासी नेता को लेकर आ सकती है. ओबीसी जाति से ताल्लुक रखने वाले भूपेश बघेल को सीएम बनाने के बाद पार्टी राज्य में जातीय संतुलन के आधार पर प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी तय करना चाहती थी. दूसरे लोकसभा चुनाव में सीएम भूपेश बघेल की अगुवाई में पार्टी जबरदस्त हार का सामना भी करना पड़ा है.
आदिवासी चेहरा लाने की थी तैयारी
पार्टी लंबे समय से इस बात की तैयारी कर रही थी कि किसी आदिवासी चेहरे को पार्टी मुखिया के पद पर बिठाया जाए. बताया जा रहा है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस सिलसिले में राज्य के करीब 6 कद्दावर नेताओं से मुलाकात की थी. इसमें राज्य के सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव जैसे नेता शामिल हैं. बीते कुछ दिनों में राहुल ने राज्य कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया के साथ भी कई बार बैठक कर मंथन किया था.
दो बार के विधायक हैं मोहन मरकाम
आदिवासी नेता मोहन मरकाम साल 2018 के विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार कोंडागांव से जीतकर विधायक बने थे. ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की ओर से महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मोहन मरकाम की नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं.
विधानसभा चुनाव में मिली थी जबरदस्त जीत
कांग्रेस ने राज्य के विधानसभा चुनावों में जबरदस्त सफलता पाई थी. राज्य में लंबे रमन सिंह शासन का अंत कर पार्टी सत्ता पर काबिज हुई थी. साल 2014 के चुनाव में 8 सीटें पाने वाली कांग्रेस ने 2018 के चुनाव में 52 सीटों पर विजय पाई थी. लेकिन कुछ ही महीनों बाद हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी को बुरी हार का भी सामना करना पड़ा है. पार्टी में लगातार इस बार पर मंथन जारी है कि आखिर क्यों हम विधानसभा की सफलता लोकसभा में नहीं दोहरा सके?