Chaubey-Raman Taunt : डॉ.रमन ने दिया कांग्रेस को फिर शायराना जवाब
रायपुर/नवप्रदेश। Chaube-Raman Taunt : छत्तीसगढ़ में बढ़ती बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर पक्ष-विपक्ष आमने-सामने हैं। बेरोजगारी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है, जिस पर कांग्रेस ने भी पलटवार किया है।
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे और नगरीय प्रशासन मंत्री शिव कुमार डहरिया ने गुरुवार को लिए प्रेसवार्ता के दौरान भाजपा और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह पर जमकर हमला बोला है। मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि पूरे प्रदेश में रोजगार के लिए बहस छिड़ी हुई है। हमारी सरकार के 3 साल में 2 साल कोरोना में निकल गए, फिर भी छत्तीसगढ़ में दूसरे राज्यों की तुलना में बेरोजगारी की दर बहुत कम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो करोड़ रोजगार का वादा किया था, लेकिन कोरोना काल में कईयों का रोजगार छिन गया, घर लौटते समय कई लोग मौत के गाल में समा गए। रोजगार के अभाव में भी कई लोगों की मौत हो गई। लेकिन इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवेदना व्यक्त नहीं की। केंद्र सरकार ने 20 लाख करोड़ का पैकेज देने की घोषणा की थी हालांकि लोगों के हाथ कुछ नहीं लगा।
मंत्री रविंद्र चौबे ने (Chaubey-Raman Taunt) कहा कि पिछली सरकार के पांच सिंह टैक्सास अमेरिका गए थे, जिसमें विक्रम सिंह, शिवराज सिंह, अमन सिंह और रमन सिंह शामिल थे। वहां से लौटकर इन्वेस्टर मीट किये, जिसमे पौने चार लाख करोड़ के एमओयू हुए। इस दौरान 5 लाख लोगों को रोजगार देने का दावा किया गया था, लेकिन दुर्भाग्य से पौने चार करोड़ में से पौने चार पैसे का भी निवेश नहीं हुआ। मंत्री रविंद्र चौबे ने रमन सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद पांच में से चार ‘सिंह’ गायब हो गए हैं। एक ‘सिंह’ ही गाहे-बगाहे अपनी उपस्थिति दर्ज कराता है।
तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है- रमन सिंह
बेरोजगारी दर को लेकर प्रदेश में सियासत (Chaubey-Raman Taunt) उफान पर है। मंत्री रविंद्र चौबे और शिव डहरिया की प्रेस कांफ्रेंस के बाद फिर एक बार पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने शायराना अंदाज में जवाब देते हुए कहा कि तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है, मगर यह आंकड़े झूठे हैं, यह दावा महज किताबी है। इसके साथ ही बेरोजगारी दर को लेकर उन्होंने सीएमआई की रिपोर्ट का अध्ययन करने की बात कही है। रमन सिंह ने कहा कि मुझे रविंद्र चौबे की बुद्धि पर तरस आता है, उन्होंने कहा है कि बीजेपी सरकार में बेरोजगारी दर 22 फीसदी थी। कम से कम मंत्री जी से यह अपेक्षा नहीं थी। सीएमआई की रिपोर्ट देखे और उसका अध्ययन करें। बेरोजगारी दर पर यह संस्था आंकड़ें जारी करती है।