Site icon Navpradesh

Mayor Meeting : करदाताओं से भुगतान करने की अपील…

Mayor Meeting: Appeal to taxpayers to pay...

Mayor Meeting

18 हजार भवनों पर राजस्व विभाग व स्पैरो कंपनी को कर लगाने का निर्देश

दुर्ग/नवप्रदेश। Mayor Meeting : नगर निगम आज डाटा सेंटर में महापौर धीरज बाकलीवाल, निगमायुक्त हरेश मंडावी राजस्व व बाजार विभाग प्रभारी ऋषभ जैन ने समीक्षा बैठक ली। राजस्व व बाजार विभाग और स्पैरो कंपनी के साथ छुटे हुए संपत्तिकर का निर्धारण करने, टेक्स वसूली पर लापरवाही न करने, स्फेरो कंपनी राजस्व अमले को निर्दाशित किया।

बड़े बकायादार पर कसे शिकंजा

महापौर ने बड़े बकायादार (Mayor Meeting) पर शिकंजा कसने को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि शहर के ऐसे बड़े बकायादार जो लंबे समय पर निगम की संपत्तिकर जमा नही करा रहे है, उन्हें नोटिस जारी करें उसके बाद नियम अनुरूप कार्यवाही करें।

महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा कर्मचारी टीम वर्क के रूप में काम करें। राजस्व के मामलों को गंभीरता से ले। कोई भी फाइल टेबलों पर न रुके, राजस्व बढ़ेगा तो शहर का विकास होगा, कैसे राजस्व को बढऩा है उसका उपाय ढूंढना है।

स्पैरो कंपनी को निर्देश

शहर में 18 हजार शेष भवनों पर करारोपण किए जाने राजस्व विभाग एवं स्पैरो कंपनी को निर्देश दिए गए। राजस्व बढ़ोतरी (Mayor Meeting) पर विशेष रूप से चर्चा की गई। 274 बकायादारों पर नोटिस जारी करने एवं नल विच्छेद की कार्रवाई करने निर्देश दिए गए। खुले में मांस विक्रय करने वाले व्यवसायियों पर कारवाही करने कहा गया। उन्हें विस्थापन के लिए शहर में अलग-अलग जोन बनाकर स्थल चयन करने कहा।

राजस्व बढ़ाने के उपाय खोजने के आदेश

फाइलों का रखरखाव, सही तरीके से हो कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर करें, इससे राजस्व बढ़ेगा तो शहर का विकास होगा। इसके अलावा कैसे राजस्व में बढ़ोतरी होगी, इसके उपाय ढूंढऩे कहा गया।

निगमायुक्त ने कहा निगम सीमा अंतर्गत निवासरत भवन एवं भूमि स्वामियों तथा निगम स्वामित्व की भवन व भूमियों के संपत्तिकर, संपूर्ण बकाया राशि तथा निगम स्वामित्व की दुकानों का संपूर्ण बकाया किराया का भुगतान कार्यलय में आनिवार्य रूप से जमा कर रसीद प्राप्त करने की अपील की है।

लंबे समय से टेक्स का भुगतान नही करने वाले बड़े बकायादारों (Mayor Meeting) से भुगतान करने की अपील की है। राजस्व एवं बाजार प्रभारी ऋषभ जैन ने कहा मैरिज पैलेस, शहर के बड़े होटलों, भवनों और निजी अस्पतालों में पुन: संपति का फिर से निर्धारण करना होगा।

Exit mobile version