रायपुर/नवप्रदेश। Mayor Advice : बुधवार को शहर के छोटे व मध्यम सब्जी व्यापारी जोन नंबर चार क्षेत्र में आने वाली सड़कों पर कब्जा कर सब्जी बेच रहे थे। मेयर एजाज ढेबर को जैसे ही इस बात की जानकारी हुई वह सब्जी विक्रेताओं के पास गए। ढेबर ने सब्जी विक्रेताओं को इस तरह समझाया कि वे वहां से उठे और शास्त्री बाजार में सब्जी बेचने को राजी हो गए।
दरअसल, बुधवार को राजधानी के जोन नंबर 4 के अंतर्गत आने वाले शास्त्री बाजार के सामने कुछ सब्जी व्यापारी सड़क पर बैठकर सब्जी बेच रहे थे। तेज बारिश के कारण सब्जी व्यापारी शास्त्री बाजार के अंदर नहीं गए और बाहर सड़क पर कब्जा कर लिया। इससे यातायात व्यवस्था प्रभावित होने से राहगीरों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
भारी बारिश में पहुंचे मेयर
खैर, सड़क पर सब्जी बेचने की सूचना जैसे ही मेयर एजाज ढेबर तक पहुंची तो उन्होंने खुद रेनकोट पहनकर शास्त्री बाजार पहुंचकर उन्हें समझाया (Mayor Advice)। ढेबर ने सड़क पर बैठकर सब्जी बेचने से लोगों को हो रही परेशानी के बारे में बताया। व्यापारियों को सकारात्मक पहल करते हुए मुख्य मार्ग पर न बैठने का आग्रह किया, बल्कि शास्त्री बाजार के अंदर बने पाटों पर बैठकर सब्जी बेचने का आग्रह किया।
जोन कमिश्नर को पाटों के शीघ्र आवंटन के निर्देश
महापौर ने कहा कि शास्त्री बाजार के अंदर नगर निगम जोन नंबर 4 के मंडी विभाग के माध्यम से सब्जी व्यापारियों को पाटा अलॉट किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि तब तक कोई भी व्यापारी सड़क पर बैठकर सब्जी न बेचें। उन्होंने सख्त चेतावनी भरे लहजे में कहा कि पालन नहीं करने की स्थिति में सड़क पर बैठे सब्जी व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। महापौर ढेबर ने नगर निगम के जोन क्रमांक 4 के जोन आयुक्त विनय मिश्रा को निर्देश दिया कि सभी व्यापारियों को नियमानुसार शास्री बाजार के अंदर पाटों का शीघ्र आवंटन सुनिश्चित किया जाए।
सड़क पर न बैठने की समझाइश
महापौर के प्रयास (Mayor Advice) व समझाने से सभी सब्जी विक्रेता बाजार के अंदर बने चबूतरे पर बैठ गए और सब्जी बेचने व व्यवस्था को बनाए रखने में अपनी भागीदारी दर्ज कराने पर सहमत हुए। महापौर ने कहा कि कोई भी सब्जी व्यापारी सड़क पर बैठकर कारोबार न करे, अन्यथा नगर निगम जोन द्वारा ऐसे सब्जी व्यापारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, साथ ही उनके चबूतर का आवंटन रद्द कर दिया जाएगा।इस दौरान नगर निगम एल्डरमैन शम्सुल हसन नम्मू भाई भी मौजूद रहे।