रायपुर। मरवाही उपचुनाव (Marwahi by-election) को लेकर चल रही सियासी (Political) उठापटक के बीच एक बार फिर अमित जोगी (Amit Jogi) को मुंहकी खानी पड़ सकती है।
ऋचा जोगी (Richa Jogi) के जाति प्रमाण पत्र (caste certificate) को लेकर मुंगेली (Mungeli) के कलेक्टर पीएस अल्मा (Collector PS Alma) की यदि माने तो ऋचा जोगी द्वारा अनुसूचित जन जाति का प्रमाण पत्र हेतु जो दस्तावेज मुंगेली के तहसील कार्यालय में जमा किए गये हैं उनके प्रारंभिक परीक्षण में ही पाया गया है कि यह प्रमाण पत्र गलत जारी हुआ है।
नवप्रदेश से बातचीत में कलेक्टर एल्मा ने बताया कि जारी प्रमाणपत्र की शिकायत के आधार पर उसे जिला स्तरीय सत्यापन समिति को भेजा गया है। रिपोर्ट आते ही आवश्यक कार्रवाई की जावेगी।
गौरतलब है कि अजीत जोगी और अमित जोगी का जाति विवाद लंबे समय से चल रहा है। राज्य स्तरीय छानबीन समिति ने अमित जोगी के जाति प्रमाण पत्र के निरस्त कर दिया है। जिनसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है। चंूकि आगामी नवम्बर माह में मरवाही विधानसभा का उपचुनाव होना है जिसमें जनता कांग्रेस की ओर से अमित जोगी चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे हैं।
लेकिन जाति को लेकर उन्हें आशंका है कि कांग्रेस उन्हें चुनाव लडऩे से रोक सकती है। सो उन्होंने अपनी पत्नी ऋचा जोगी की अनुसूचित जन जाति का प्रमाण पत्र मुंगेली जिले के एक गांव का पता देकर बनवा लिया है लेकिन 17 जुलाई को जारी हुए इस प्रमाण पत्र की शिकायत कांग्रेस ने न केवल राज्यपाल बल्कि अन्य फोरम पर भी किए है।
जहां से उसे निरस्त किया जा सकता है। अमित जोगी का आरोप है कि इस प्रमाण पत्र को लेकर सत्यापन समिति का कोर्ई नोटिस उन्हें नहीं मिला है जबकि प्रमाण पत्र के लिये उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों में ऋचा जोगी का पता ग्राम पेण्ड्री तहसील जरहागांव उपतहसील व जिला मुंगेली दिया गया है, स्थाई और अस्थाई पते के तौर पर उपरोक्त पता होने के चलते इस पते पर न केवल नोटिस चस्पा किया गया। बल्कि गांव के कोटवार से मुनादी भी कराई गई है।