नवप्रदेश डेस्क। Martyr Captain In Bajimal Of Rajouri : कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के साथ पहुंचे लोग शहीद शुभम की मां को चेके देते हुए तस्वीर खिंचवाने लगे। तब बेटे की शहादत के गम में डूबी मां ने बिलखते हुए कहा- प्रदर्शनी मत लगाओ। बता दें शहीद कैप्टन की मां ने विलाप करते हुए बताया शहीद सचिन की शादी तय थी।
विदित हो कि राजौरी के बाजीमल में 22 नवंबर से 36 घंटे तक चली मुठभेड़ में सेना के 5 जवान भी शहीद हुए। इन्हें आर्मी जनरल हॉस्पिटल में श्रद्धांजलि दी गई।
बताते हैं कि सचिन की शहदात से पहले उनकी अपने भाई से बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि बड़ा ऑपरेशन है, पूरा होने के बाद घर आऊंगा।
अलीगढ़ के सचिन लौर का पार्थिव शरीर शुक्रवार को टप्पल स्थित उसके गांव लाया जाएगा। सचिन लौर सिर्फ 24 साल की उम्र में शहीद हो गए। उन्होंने 20 मार्च 2019 को आर्मी जॉइन की थी। वे पैराट्रूपर थे।
कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने शहीद के परिजन से मुलाकात कर सांत्वना दी। उन्होंने कहा- शहीद के परिजन को सरकार की तरफ से 50 लाख की सहायता राशि दी गई है।
परिवार में से किसी एक सदस्य को सरकार नौकरी देगी। इसके साथ ही शहर की एक सड़क का नाम शहीद के नाम पर रखा जाएगा। पैतृक गांव में शुभम गुप्ता के नाम पर स्मारक भी बनवाया जाएगा।
मुठभेड़ में 5 जवान शहीद
- कैप्टन एम वी प्रांजल, (63 राष्ट्रीय राइफल्स), कर्नाटक के मंगलोर के निवासी।
- कैप्टन शुभम गुप्ता (9 पैरा) उत्तर प्रदेश के आगरा के निवासी।
- हवलदार अब्दुल माजिद, जम्मू-कश्मीर के पुंछ के निवासी।
- लांस नायक संजय बिष्ट, उत्तराखंड के नैनीताल के निवासी।
- पैराट्रूपर सचिन लौर, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के निवासी।