मांड्या (कर्नाटक), 27 मई। Mandya Child Death Traffic Police : कभी-कभी एक नियम का पालन करवाने की कोशिश किसी की ज़िंदगी छीन सकती है। कर्नाटक के मांड्या जिले में सोमवार को एक दिल दहला देने वाली घटना हुई, जिसमें एक 4 वर्षीय बच्ची रितिकशा की ट्रैफिक पुलिस की चेकिंग के दौरान सड़क हादसे में मौत हो गई। इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है।
इलाज के लिए भागते माँ–बाप, बीच रास्ते पर पुलिस ने रोका
बच्ची को एक कुत्ते ने काट लिया था, और उसके माता-पिता उसे तेजी से मांड्या के अस्पताल ले जा रहे थे। रास्ते में ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें हेलमेट न पहनने पर रोक (Mandya Child Death Traffic Police)लिया। माँ-बाप ने बताया कि वे आपात स्थिति में हैं, तब जाकर पुलिस ने उन्हें छोड़ा। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
गिरते ही कुचल गई मासूम, मच गया कोहराम
छोड़ने के बाद जैसे ही दंपति ने बाइक आगे बढ़ाई, पीछे से आ रही एक गाड़ी ने उन्हें हल्का धक्का मारा। बच्ची बाइक से गिर गई और पीछे से आ रहे ट्रक ने उसे कुचल दिया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
तीन ASI निलंबित, जनता में उबाल
घटना के बाद स्थानीय लोग भड़क उठे। सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू हो गया। तीन ट्रैफिक एएसआई को तत्काल निलंबित कर दिया गया (Mandya Child Death Traffic Police)है, लेकिन लोग अब व्यवस्था की संवेदनहीनता पर सवाल उठा रहे हैं।
सवाल जो सिस्टम से पूछे जा रहे हैं:
क्या ट्रैफिक नियमों की चेकिंग मानवीय स्थिति को देखे बिना की जाती है?
आपातकालीन मामलों में त्वरित पहचान और रियायत क्यों नहीं दी जाती?
क्या पुलिस को संवेदनशीलता की ट्रेनिंग नहीं दी जाती?