नारायणपुर/नवप्रदेश। Malkhamb’s Competition : छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है। राष्ट्रीय स्तर पर मुंबई के गोरेगांव में 17 अप्रैल को आयोजित मलखम्भ के हैंड स्टैंड प्रतिस्पर्धा में नारायणपुर के राकेश वरदा ने प्रथम और राजेश कोर्राम ने द्वितीय स्थान हासिल कर छत्तीसगढ़ प्रदेश का नाम रौशन किया है। अबुझमाड़ के बच्चों ने मल्लखम्भ हैंडस्टैंड में रिकॉर्ड बनाया है।
अबुझमाड़ के होनहार मल्लखम्भ खिलाड़ी (Malkhamb’s Competition) झोला उठा कर मल्लखम्भ खेल के बड़े से बड़े खिलाड़ियों के चैलेंज को तोड़ने मुम्बई पहुंच गये। पहले ये रिकार्ड कल्पेश जादव का था। कल्पेश मल्लखम्भ खेल में 20 से भी ज्यादा राष्ट्रीय मल्लखम्भ चैंपियन में गोल्ड मेडलिस्ट है और मल्लखम्ब खेल में महाराष्ट्र शासन द्वारा सबसे बड़े खेल अवॉर्ड शिव छत्रपति अवर्डियर विजेता भी है।
पूरे भारत भर के खिलाड़ियों ने ऑनलाइन वीडियो के माध्यम में इस प्रतियोगिता का आगाज किया गया था, जिसमें से छत्तीसगढ़ के 2 खिलाड़ी राजेश कोर्राम और राकेश वरदा का चयन हुआ। पूरे भारत से 7 खिलाड़ियों का चयन किया गया था।
राजेश कोर्राम ने 47 सेकंड का हैंड स्टैंड किया (Malkhamb’s Competition) तो राकेश वरदा ने 1 मिनट 6 सेकंड कर रिकॉर्ड बनाया। यह रिकॉर्ड पहले 30 सेकंड का था। जिसे छत्तीसगढ़ के राकेश वरदा ने ब्रेक कर दिया है। यह इंडिया बुक रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा। छत्तीसगढ़ के आन बान और शान राकेश वरदा ने यह दिखा दिया है।
राकेश वरदा कुतुल परपा नक्सल प्रभावित अबुझमाड़ के निवासी है तो राजेश कोर्राम आशना ओरछा के निवासी है। अबुझमाड़ मलखम्भ अकेडमी में मनोज प्रसाद (कोच) के द्वारा मलखम्भ की ट्रेनिंग दी जा रही है। इस एकेडमी में वर्तमान में सैकड़ों बच्चे मलखम्भ सीख रहे हैं।