Mahatari Vandan Yojana : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 04 अक्टूबर को माई दंतेश्वरी की धरती जगदलपुर में आयोजित बस्तर दशहरा और मुरिया दरबार के अवसर पर छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी (Mahatari Vandan Yojana) की 20वीं किस्त जारी करेंगे। इस अवसर पर 64 लाख 94 हजार 768 लाभार्थी महिलाओं को 606 करोड़ 94 लाख रुपये की राशि सीधे उनके बैंक खातों में अंतरित की जाएगी।
महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में पहल
छत्तीसगढ़ सरकार ने 1 मार्च 2024 को (Mahatari Vandan Yojana) की शुरुआत की थी। इस योजना का उद्देश्य 21 वर्ष से अधिक आयु की विवाहित महिलाओं को हर माह 1000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इसका लक्ष्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और समाज में उनकी भूमिका को मजबूत करना है।
अब तक का वित्तीय असर
योजना के अंतर्गत अब तक 19 किस्तों में 12 हजार 376 करोड़ 19 लाख रुपये लाभार्थी महिलाओं के बैंक खातों में ट्रांसफर किए जा चुके हैं। 20वीं किस्त जारी होने के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 12 हजार 983 करोड़ 13 लाख रुपये से अधिक हो जाएगा। यह प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण आधारित सबसे बड़ी (Mahatari Vandan Yojana) है जिसने प्रदेश की लाखों महिलाओं को सीधा लाभ दिया है।
महिला सशक्तिकरण से सामाजिक बदलाव
लाभार्थी महिलाएं इस राशि का उपयोग बच्चों की पढ़ाई, घर की जरूरतों और छोटे-मोटे रोजगार शुरू करने में कर रही हैं। ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में इस योजना का प्रभाव देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि (Mahatari Vandan Yojana) ने महिलाओं की घरेलू आर्थिक स्थिति सुधारने के साथ-साथ परिवार और समाज में सकारात्मक बदलाव लाया है।
बस्तर दशहरा से जुड़ा विशेष महत्व
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाथों बस्तर दशहरा जैसे ऐतिहासिक पर्व पर 20वीं किस्त का अंतरित होना सरकार की उस नीति को दर्शाता है जिसमें परंपरा और विकास दोनों को साथ लेकर चलने का संदेश है। यह आयोजन ग्रामीण अंचलों में (Mahatari Vandan Yojana) की पहुंच और महत्व को और अधिक गहरा करता है।
सरकार का दावा और महिलाओं की उम्मीदें
सरकार का कहना है कि इस योजना ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है। भविष्य में इसे और प्रभावी बनाने की योजना है ताकि अधिक से अधिक महिलाओं तक इसका लाभ पहुंचाया जा सके। महिलाओं ने भी बताया कि इस योजना से उन्हें अपने परिवार की जरूरतें पूरी करने और बच्चों की शिक्षा को आगे बढ़ाने में मदद मिली है। यह साफ है कि (Mahatari Vandan Yojana) केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक सशक्तिकरण का एक मजबूत मॉडल बन चुकी है।