शिवसेना ने मानी कांग्रेस-एनसीपी की शर्त, एनडीए से अलग होने का लिया फैसला
मुंबई/नवप्रदेश। महाराष्ट्र (maharashtra) में सरकार बनाने शिवसेना (shivsena) को समर्थन (support) देने के लिए कांग्रेस के 44 में से 40 विधायक सहमत हो गए (40 congress mlas agreed) है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शिवसेना को कांग्रेस के 40 विधायकों का समर्थन हासिल हो गया।
शिवसेना को समर्थन को लेकर 40 विधायकों के सहमति (40 congress mlas agreed) संबंधी हस्ताक्षर वाला पत्र रविवार रात काे ही तैयार कर लिया गया है। शिवसेना (shivsena) को यह पत्र अधिकृत रूप से मिलने पर शिवसेना सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। बस अब इंतजार कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी की हां का है।
दिल्ली में चल रही कांग्रेस की अहम बैठक
महाराष्ट्र के हालातों को लेकर दिल्ली में कांग्रेस की अहम बैठक भी चल रही है। इसमें इस बात पर मंथन हो रहा है कि शिवसेना को किस तरह समर्थन दिया जाए। कांग्रेस या तो सीधे शिवसेना व एनसीपी के साथ सरकार में शामिल हो सकती है या फिर शिवसेना-एनसीपी के नेतृत्व में बनने वाली सरकार को बाहर से समर्थन दे सकती है। कांग्रेस का इन विकल्पों पर जो कुछ भी फैसला होगा उसे एनसीपी को अवगत करा दिया जाएगा।
केंद्र में शिवसेना के मंत्री सावंत पीएम मोदी से मिलकर सौपेंगे इस्तीफा
बहरहाल इतना तय हो गया है कि शिवसेना अब अपने चुनाव पूर्व विरोधी रहे कांग्रेस-राकांपा के साथ ही सरकार बनाने जा रही है। इसके लिए उसने कांग्रेस-एनसीपी की केंद्र की एनडीए सरकार से बाहर होने का फैसला भी ले लिया है। केंद्र में शिवसेना के मंत्री अरविंद सावंत (arvind sawant) ने अरविंद सावंत ने भी ट्वीट कर बता दिया था कि वे अपने पद से इस्तीफा देंगे। वे प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद मंत्री पद से इस्तीफा देंगे और उसके बाद मीडिया से चर्चा करेंगे। सावंत (arvind sawant) ने यह भी कहा कि जिसने शिवसेना को झूठा साबित करने की कोशिश की उसके साथ बने रहने का कोई औचित्य नहीं रह जाता।