मुंबई/नवप्रदेश। महाराष्ट्र (maharashtra) में आखिरकार तीन दल सरकार बनाने (forming government) पर सहमत हाे गए हैं। इनमेंं से दोनों दलों की बैठक अलग-अलग हो चुकी। अब इन दानों दलों की संयुक्त बैठक भी होने जा रही है।
ये दोनों दल हैं-कांग्रेस (congress) व एनसीपी (ncp) , जो शिवसेना (shivsena) को सरकार बनाने के लिए समर्थन कर रहे हैं। कांग्रेस-एनसीपी की संयुक्त बैठक में महाराष्ट्र की नई सरकार में मंत्रिपदों के बंटवारे पर अंतिम चर्चा होगी।
इसमें नए गठबंधन मेंं बनने जा रही गठबंधन सरकार का भी नाम तय होगा। सूत्रों के हवाले से ये बातें सामने आ रही हैं। सूत्रों के मुताबिक इस नई गठबंधन सरकार के नाम किसी पार्टी का नाम शामिल नहीं होगा। सूत्रों की मानें तो सरकार का नाम ‘महा विकास गबंधन’ होगा।
ढाई-ढाई साल का हो सकता है मुख्यमंत्री पद
वहीं ये बात भी सामने आ रही है कि मुख्यमंत्री ढाई-ढाई साल का होगा। पहले खबर आ रही थी कि पूरे पांच साल के लिए मुख्यमंत्री शिवसेना (shivsena) का होगा। लेकिन अब एनसीपी नेताओं का कहना है कि एनसीपी की शिवसेना से सिर्फ दो सीटें कम हैं।
इसलिए ढाई साल का मुख्यमंत्री पद एनसीपी (ncp) को भी मिलना चाहिए। बहरहाल इतना एनसीपी व शिवसेना नेताओं के जो बयान मीडिया में आ रहे हैं, उनसे तय हो गया है कि महाराष्ट्र में शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी के गठबंधन (alliance) में सरकार बन रही हैं। अब ये माना जा सकता है कि सरकार बनाने की रेस से भाजपा बाहर हो गई है।
आठवले भी बोले- पवार हैं तो मुमकिन है
यहीं नहीं कल तक भाजपा-शिवसेना के फिर साथ आने का दावा करने वाले भाजपा के सहयोगी दल आरपीआई के नेता व केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले के बयान से भी यह साफ हो गया है कि महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसी व कांग्रेस (congress) गठबंधन (alliance) की ही सरकार बन रही है।
उन्होंने कहा कि यदि शिवसेना की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए पहले से ही उद्धव ठाकरे का नाम सामने आता तो भाजपा ने शिवसेना के साथ ही सरकार बनाई होती। यह पूछे जाने पर कि क्या नए गठबंधन की सरकार पांच साल तक चल पाएगी, आठवले ने कहा कि चूंकि इस सरकार में एनसीपी है और इसके प्रमुख शरद पवार हैं , तो सरकार पूरे पांच साल चल सकती है।