मुंबई / नवप्रदेश| राज्य में भारी बारिश के कारण (maharashtra defense wall) पश्चिमी महाराष्ट्र और कोंकण तट में बाढ़ आ गई। कहीं भूस्खलन की वजह से लोगों की मौत हो गई तो कहीं बाढ़ की वजह से लोगों को खाली करना पड़ा।
इस पृष्ठभूमि में ठाकरे सरकार समुद्र के पानी के खतरे वाले गांवों में सुरक्षा दीवार खड़ी करने का फैसला करेगी ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। तटीय बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए (defense wall ) सुरक्षा दीवार बनाई जाएगी।
5 जिलों सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, रायगढ़, ठाणे और पालघर में सुरक्षात्मक दीवार (maharashtra defense wall) का निर्माण किया जाएगा। करीब 171 किलोमीटर की डिफेंस वॉल बनानी होगी। इसके लिए करीब 1600 करोड़ रुपये की फंडिंग की उम्मीद है। कैबिनेट की अगली बैठक में इस पर फैसला होने की संभावना है।
इस बीच, राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पीड़ित तलिये गांव का दौरा किया और लोगों की दुर्दशा के बारे में जाना। इसके बाद वह बाढ़ प्रभावित (maharashtra defense wall) (chiploon bazaar) चिपलून बाजार गए। उनका आज पश्चिमी महाराष्ट्र का दौरा करने का कार्यक्रम था, लेकिन खराब मौसम के कारण उनका दौरा रद्द कर दिया गया।