मुंबई/नवप्रदेश। Maharashtra Assembly : महाराष्ट्र की राजनीति में शिवसेना की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पहले बागी विधायकों का गुस्सा, फिर एकनाथ शिंदे का सीएम बनना और अब स्पीकर के चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे को एक और झटका दिया। विधानसभा में शिवसेना का दफ्तर को सील कर दिया।
दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra Assembly) में आज से विशेष सत्र शुरू होने वाले है। विधानसभा के पहले परिसर में स्थित शिवसेना विधायी दल का दफ्तर सील कर दिया गया। दफ्तर के बाहर मराठी भाषा में लिखा नोटिस चस्पा किया गया है।
उप सभापति के ऑफिस में बैठे शिवसेना के स्पीकर प्रत्याशी
शिवसेना के स्पीकर प्रत्याशी राजन साल्वी विधान परिषद के उप सभापति निलम गोर्हे के ऑफिस में बैठे हैं। नोटिस में लिखा गया है कि यह कार्यालय शिवसेना विधायी दल के निर्देश पर सील किया गया है। आज ही महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर का चुनाव होगा। यह शिवसेना व बागी शिंदे गुट के बीच पहला शक्ति परीक्षण होगा। विधानसभा में स्पीकर का पद एक साल से रिक्त है।
उद्धव व शिंदे गुट आमने-सामने
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में आज एक बार फिर शिवसेना के दोनों गुट आमने-सामने हैं। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने राजन सालवी को उम्मीदवार बनाया है तो भाजपा की तरफ से युवा नेता और पहली बार विधायक चुने गए राहुल नार्वेकर ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया है।
शिवसेना ने जारी किया व्हिप
सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद बुलाए गए दो दिवसीय विधानसभा के विशेष सत्र से पहले शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे खेमे की तरफ से सचेतक सुनील प्रभु ने व्हिप जारी कर दिया है। व्हिप में कहा है, विधानसभा का विशेष सत्र 3-4 जुलाई को है। विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए राजन सालवी उम्मीदवार हैं। इस दौरान शिवसेना के सभी सदस्य सदन में मौजूद रहें।
नार्वेकर को अग्रिम बधाई
वहीं, मुख्यमंत्री (Maharashtra Assembly) एकनाथ शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा, हम विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के लिए ह्विप जारी करेंगे। मजे की बात यह है कि दोनों गुट (ठाकरे और शिंदे) शिवसेना के सभी विधायकों के वोट के दावे कर रहे हैं। शनिवार को शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने गोवा में पत्रकारों से कहा, भाजपा के विधानसभा अध्यक्ष पद के उम्मीदवार राहुल नार्वेकर को अग्रिम बधाई देता हूं क्योंकि वे राज्य के सबसे युवा विधानसभा अध्यक्ष होंगे। विधायकों को व्हिप जारी करने के सवाल पर उन्होंने कहा, दूसरे पक्ष को सुप्रीम कोर्ट ने कोई राहत नहीं दी है। इसलिए सचेतक भरत गोगावले व्हिप जारी करेंगे लेकिन, आदित्य ठाकरे समेत उद्धव गुट के 16 विधायकों की सदस्यता खत्म नहीं की जाएगी।