Site icon Navpradesh

महाकुंभ मेला 2025: महाकुंभ को लेकर गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च पाकिस्तान कर रहा है; UAE और कतर को लेकर बड़ा खुलासा!

MahaKumbh Mela 2025: Pakistan is doing the most searches on Google regarding Maha Kumbh; Big revelation about UAE and Qatar!

MahaKumbh Mela 2025

-यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सनातन संस्कृति के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है

नई दिल्ली। mahakumbh mela 2025: अब महाकुंभ केवल भारत तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि एक वैश्विक महोत्सव बन गया है। पवित्र नगरी प्रयागराज में सोमवार को महाकुंभ मेले का भव्य उद्घाटन हुआ। यहां इंग्लैंड, अमेरिका, ब्राजील, जर्मनी, जापान और स्पेन जैसे देशों से श्रद्धालु आ रहे हैं। यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सनातन संस्कृति के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।

महत्वपूर्ण बात यह है कि पाकिस्तान सहित अरब के इस्लामिक देश भी कुंभ (mahakumbh mela 2025) मेले में रुचि ले रहे हैं। गूगल ट्रेंड्स के अनुसार प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ को इस्लामिक देशों में भारी सर्च मिल रहा है। जब हम कुंभ मेले के लिए खोज करने वाले देशों की सूची देखते हैं, तो सबसे पहला नाम पाकिस्तान का आता है। यहां लोग कुंभ मेले और वहां एकत्रित हुए लोगों के बारे में बड़े पैमाने पर खोज कर रहे हैं।

यूएई और कतर की रुचि –

पाकिस्तान के बाद कतर, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन जैसे देश भी कुंभ मेले में रुचि दिखा रहे हैं। इसके अलावा नेपाल, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, आयरलैंड, ब्रिटेन, थाईलैंड और अमेरिका जैसे देशों से भी लोग कुंभ मेले के बारे में सर्च और पढ़ रहे हैं।

कुंभ मेले में विदेशों से भी लोग आते हैं

कुंभ मेले में आने वाले विदेशी तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ऐसा लगता है कि सनातन संस्कृति का प्रभाव तेजी से पूरे विश्व में फैल रहा है। संगम में स्नान करने वाले सिर्फ भारतीय ही नहीं हैं, बल्कि विदेशों से भी लाखों श्रद्धालु इस दिव्य अनुभव का हिस्सा बन रहे हैं। संबंधित रिपोर्ट बताती है कि 2025 का कुंभ मेला एक बार फिर पूरे विश्व के सामने भारतीय संस्कृति, आध्यात्म और सनातन सभ्यता के साथ-साथ धर्म की अद्भुत शक्ति का परिचय करा रहा है।

महाकुंभ मेले में 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया अमृत स्नान

दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम महाकुंभ (mahakumbh mela 2025) मेले के दूसरे दिन मकर संक्रांति पर विभिन्न अखाड़ों के संतों ने त्रिवेणी संगम पर पहला अमृत स्नान किया। मंगलवार को यहां 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया। महाकुंभ का पहला पवित्र स्नान पौष पूर्णिमा के दिन हुआ। मकर संक्रांति के दिन विभिन्न अखाड़ों और हिंदू धर्म के विभिन्न संप्रदायों के लोगों ने महाकुंभ मेले में स्नान किया। श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा के सदस्यों ने पहला अमृत स्नान किया।

Exit mobile version