सौ करोड़ से ज्यादा का लेन-देन, महादेव सट्टा एप से जुड़े हंै तार
सरगुजा। महादेव सट्टा (Mahadev Satta) के स्थानीय खाईवाल पर पुलिस ने शिकंजा कसते हुए एसपी के निर्देश पर सीएसपी के नेतृत्व में पुलिस ने मुख्य सरगना सुधीर गुप्ता को गिरफ्तार किया है। रेड के दौरान पुलिस को चकमा देकर फरार हुए सटोरियों के मुख्य सरगना सुधीर गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा कि सटोरियों का तार महादेव सट्टा एप से जुड़ा है। सटोरियों ने करीब 15 बैंकों में सैकड़ों खाते खुलवा रखे थे। अब तक पुलिस सौ करोड़ से ऊपर की लेन-देन होने का खुलासा कर चुकी है।
4 सटोरियों को पुलिस ने किया था गिरफ्तार
सटोरिए सरगुजा में एक कमरे को ऑफिस बनाकर सट्टा खिलवा रहे थे। इसकी सूचना मिलने पर हाल ही में पुलिस ने उनके घर में छापा मारा, जहां 4 सटोरियों को गिरफ्तार किया गया था। वहीं सुधीर गुप्ता फरार होने में कामयाब हो गया था। मौके से पुलिस ने बड़ी मात्रा में बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड, मोबाइल, टीवी, क्यूआर कोड, नगद रकम, हवाला के पैसों में उपयोग होने वाले नोट सहित अन्य सामान पुलिस ने बरामद किया था। कोतवाली पुलिस को सुधीर गुप्ता द्वारा अपने घर के कमरे में ऑफिस बनाकर सट्टा खिलवाए जाने की सूचना मिली थी। इसके बाद नगर पुलिस अधीक्षक रोहित शाह के नेतृत्व में थाना कोतवाली और साइबर सेल पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर रेड किया, जहां एक घर में तीन युवकों राहुल अग्रवाल उर्फ विक्की, श्रीकांत अग्रवाल और राहुल कुमार सोनी को संदिग्ध परिस्थितियों में गिरफ्तार किया गया। आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे क्रिकेट मैचों पर रुपए पैसे का दांव लगाकर ऑनलाइन सट्टा खेला रहे थे। आरोपियों ने बताया कि वे सुधीर गुप्ता के साथ मिलकर सट्टा खेलवाते थे और ऑनलाइन सट्टा प्लेटफॉर्म में जीत-हार का हिसाब रखते थे।
234 एटीएम, 78 चेकबुक, 81 पासबुक, 77 सिम बरामद
पुलिस ने आरोपियों के पास से 73 मोबाइल, 234 एटीएम कार्ड, 78 चेकबुक, 81 पासबुक, 77 सिम कार्ड, और अन्य फर्जी दस्तावेज़ बरामद किए थे. जब्त की गई अन्य वस्तुओं में 8 बार कोड स्कैनर, 13 आधार कार्ड की छायाप्रति, 4 पैन कार्ड की छायाप्रति, 7 जमा पावती और 22 सट्टा पट्टी रजिस्टर शामिल हैं. इसके अलावा, कमरे से एक नग एलईडी टीवी, सेटअप बॉक्स, वाई-फाई सेट, प्लास्टिक फर्नीचर और 154,100 रुपये नगद भी बरामद किए गए हैं। जब्त कुल सामग्री की कीमत 20 लाख रुपए आंकी गई है।
फर्जी तरीके से लोगों के दस्तावेजों का उपयोग
फर्जी तरीके से लोगों के दस्तावेजों का उपयोग कर बैंकों में खोला खाता
पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई है कि आरोपियों ने फर्जी तरीके से लोगों के आधार कार्ड और पैन कार्ड का उपयोग कर विभिन्न बैंकों में खाता खोला था। एटीएम कार्ड, पासबुक और चेकबुक प्राप्त की थी। इसके अलावा वे फोन पे, पेटीएम और गूगल पे जैसी यूपीआई सेवाओं का इस्तेमाल कर सट्टे में लेन-देन करते थे. पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपियों ने अर्जुन गुप्ता के सहयोग से अन्य व्यक्तियों के नाम पर फर्जी बैंक खाता खुलवाए थे। पुलिस ने अर्जुन गुप्ता को भी गिरफ्तार किया है, जिसने घटना में अपनी भूमिका स्वीकार की है।