-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की
प्रयागराज। महाकुंभ मेले की अमावस्या पर आज अमृत स्नान करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम तट पर पहुंचे। मंगलवार रात भीड़ के कारण अफरातफरी और भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। इस भगदड़ में कई लोग घायल हो गए हैं। ऐसा अनुमान है कि दस लोग मारे गए। हालाँकि मौतों के आधिकारिक आंकड़े अभी तक जारी नहीं किए गए हैं। इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। साथ ही योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं और सुरक्षित स्नान सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन लगातार सक्रिय है। रात के एक-दो बजे भक्त बैरिकेड्स फांदकर आगे बढ़ गए। यह घटना उसी समय घटित हुई।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह से चार बार फोन कर श्रद्धालुओं के लिए किए गए इंतजामों और घायलों का हालचाल पूछा है। साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा ने भी इस संबंध में फोन किया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को लगातार जानकारी दी गई है, सभी को लगातार जानकारी दी जा रही है।
इसके साथ ही एक बड़ी बैठक का आयोजन भी किया जा रहा है ताकि श्रद्धालु ठीक से स्नान कर सकें। श्रद्धालुगण अफवाहों पर ध्यान न दें, केन्द्र व राज्य सरकारें पूरी ताकत से हर संभव मदद के लिए तैयार हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर कोई नकारात्मक अफवाह फैलाने की कोशिश करेगा तो इससे नुकसान हो सकता है।
प्रयागराज में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है, लेकिन भीड़ अभी भी काफी ज्यादा है। संतों से भी चर्चा हो चुकी है। उन्होंने बहुत विनम्रता से हमसे कहा कि पहले श्रद्धालु स्नान करके चले जाएंगे, उसके बाद ही हम संगम स्नान के लिए जाएंगे। सभी क्षेत्र इस पर सहमत हैं। इसके अलावा, जनता के लिए महाकुंभ मेला भी आयोजित किया जाता है। प्रशासन उनकी सेवा के लिए समर्पित है। इसलिए जरूरी नहीं है कि सिर्फ स्नान के लिए ही संगम तट पर आया जाए। योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से 15-20 किलोमीटर के दायरे में बनाए गए अस्थायी घाटों पर स्नान करने की भी अपील की है।
दुर्घटना कैसे घटित हुई?
मौनी अमावस्या के चलते मंगलवार को सुबह दो बजे से ही संगम तट पर गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। उस समय सुरक्षा के लिए लगाए गए बैरिकेड्स टूट गए और अफरा-तफरी मच गई। इससे दोनों पक्षों में भगदड़ मच गई। स्थिति कुछ ही मिनटों में बिगड़ गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे। कुछ श्रद्धालुओं का सामान नीचे गिर गया। लोग एक-दूसरे को पीछे छोड़कर आगे बढऩे की कोशिश कर रहे थे। भीड़ नियंत्रण से बाहर हो गई और भगदड़ मच गई। बताया जा रहा है कि इस भगदड़ में कई लोग घायल हो गए।