नक्सल प्रभावित पूवर्ती गांव के माडवी अर्जुन ने नवोदय विद्यालय में चयन पाकर बस्तर में नई उम्मीद जगाई। यह बस्तर में शिक्षा और बदलाव की नई शुरुआत है।
रायपुर, 17 जुलाई| Madvi Arjun Sukma Navodaya : छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले का पूवर्ती गांव कभी माओवादी गतिविधियों के लिए बदनाम था, लेकिन अब वही गांव उम्मीद और बदलाव की मिसाल बन रहा है। गांव के माडवी अर्जुन नामक बालक ने नवोदय विद्यालय पेंटा (दोरनापाल) में छठवीं कक्षा में चयन पाकर इतिहास रच दिया है। अर्जुन का यह सफर केवल उसकी मेहनत की कहानी नहीं, बल्कि बस्तर में आ रहे सामाजिक बदलावों का प्रमाण भी है।
पूवर्ती, जो कभी नक्सल कमांडर हिड़मा का गांव कहा जाता था, आज शिक्षा की नई सुबह देख रहा है। माडवी अर्जुन, जो अब तक बालक आश्रम सिलगेर में पढ़ता था, बेहद साधारण परिवार से आता है। न बिजली, न पक्की छत, फिर भी उसने कठिन हालात को पीछे छोड़ते हुए यह मुकाम हासिल किया (Madvi Arjun Sukma Navodaya)है। उसके माता-पिता खेतों में मजदूरी करते हैं।
सरकार की ओर से चल रहे विकास और नक्सल उन्मूलन अभियान ने इस क्षेत्र में नई ऊर्जा भरी है। सड़क, बिजली, स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा जैसी सुविधाएं अब पूवर्ती में भी पहुँच चुकी हैं। अर्जुन की सफलता इसी नई व्यवस्था की पहली बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
इस मौके पर जिला कलेक्टर देवेश ध्रुव ने कहा, “यह केवल अर्जुन की जीत नहीं है, बल्कि पूवर्ती जैसे गांव में शिक्षा के प्रति बढ़ती जागरूकता का संकेत (Madvi Arjun Sukma Navodaya)है। हम हर बच्चे को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अर्जुन को बधाई देते हुए कहा, “पूवर्ती से अर्जुन का नवोदय विद्यालय में चयन नई छत्तीसगढ़ की तस्वीर है। अब पूवर्ती जैसे गांवों से हजारों अर्जुन निकलेंगे और प्रदेश का भविष्य संवारेंगे।
बस्तर में अब शिक्षा, विकास और अवसर की हवा चल पड़ी है। यह केवल एक शुरुआत है। पूवर्ती के बच्चों के सपनों को नई उड़ान मिल चुकी है।