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Maa Danteshwari Corridor : वाराणसी और उज्जैन की तर्ज पर रिकार्ड समय पर अकार लेगा माँ दंतेश्वरी कॉरिडोर

Maa Danteshwari Corridor :

Maa Danteshwari Corridor :

देश के अन्य धार्मिक स्थलों के जैसा आकर्षण अब छत्तीसगढ़ की धार्मिक नगरी दंतेवाड़ा में होगा, जानिए माँ दंतेश्वरी कॉरिडोर में क्या है ख़ास

रायपुर/दंतेवाड़ा/नवप्रदेश। Maa Danteshwari Corridor : जिला कलेक्टर IAS विनीत नंदनवार ने कहा है कि काम उच्च गुणवत्ता और पारदर्शिता के साथ तेज़ी चल रहा है। वाराणसी और उज्जैन की तर्ज पर रिकार्ड समय पर अकार लेगा माँ दंतेश्वरी कॉरिडोर।

उन्होंने यह भी कहा कि माँ दंतेश्वरी कॉरिडोर रिकार्ड समय पर जनता के लिए समर्पित होगा। निर्माण कार्य गुणवत्ता और पूरी पारदर्शिता के साथ हो रहे हैं। संबंधित विभाग के अधिकारी भी सतत मानिटरिंग कर रहे हैं।

वैसे तो प्राचीन मां दंतेश्वरी मंदिर के प्रति आस्था देश व विदेश भर से आने वाले लोगों के बीच है। लेकिन समय के साथ कुछ आधुनिक स्वरूप का कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव बना था और उसी पर काम चल रहा है।

डंकनी नदी के किनारे रिवर फ्रंट का काम और मेन रोड से मंदिर तक कॉरिडोर का निर्माण जब पूरा हो जायेगा तो यह काफी अलौकिक और दर्शनीय नजर आएगा। लगभग 6 एकड़ के करीब एरिया में सभी विकास व निर्माण कार्य हो रहे हैं। देश के अन्य धार्मिक स्थलों में जिस प्रकार कॉरिडोर का आकर्षण है वैसा ही नजारा यहां पर भी दिखेगा।

भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की प्रतिमा, शिव जी व कदम के पेड़ पर विराजे श्रीकृष्ण की प्रतिमा पूर्ण हो चुकी है। 52 फीट ऊंची साइज में हनुमान जी की प्रतिमा बन रही है। 30 दुकाने एक सामान्य साइज की निकाली गई है जो स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का साधन भी बनेगा। जहां पूजन सामग्री व अन्य सामान बिक्री की जा सकेगी। नवरात्रि में सामान्य दिनों की अपेक्षा श्रद्धालुओं के आने की संख्या बढ़ जाती है जो कॉरिडोर बन जाने के बाद सुविधाजनक दर्शनार्थ सुलभ हो जायेगा।

कार्य प्रगति पर

0 मुख्य द्वार से मंदिर तक टेनसाइल शीट से वृहद साइज का सेड लगभग लग चुका है।

0 भव्य प्रवेश द्वार राजस्थान के सिंकदरा से मंगाए गए पत्थरों को कुश्ल कारीगरों द्वारा तराशा जा रहा है।

0 700 फीट का इंट्रेंस कॉरिडोर, सेंट्रल इंडिया का सबसे बड़ा ज्योति कक्ष पुराने ज्योति कक्ष से हटकर बनाया गया है

0 दीप स्तंभ व लोटस फाउंटेन भी खास आकर्षण होंगे।

0 स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का साधन भी बनेगी 30 सामान्य दुकानें।

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