रायपुर/नवप्रदेश। M-Passport App : पासपोर्ट के लिए पुलिस वेरिफिकेशन में लगने वाले समय और अन्य प्रक्रियाओं से हो रही परेशानियों को देखते हुए इस प्रोसेस को सरल किया जा रहा है। चीफ सेक्रेटरी ने गृह विभाग के अफसरों की मीटिंग लेकर तय किया कि पासपोर्ट की पूरी प्रक्रिया अब एम-पासपोर्ट एप के जरिए पूरी होगी।
6 जिलों से शुरू होगा पायलट प्रोजेक्ट
इस पूरी प्रक्रिया को राज्य के रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़ और सरगुजा जिले में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जाएगा। एप से (M-Passport App) किस तरह काम होता है, यह देखने के लिए गृह विभाग की एक टीम महाराष्ट्र भेजी गई है। प्रदेश में नया पासपोर्ट बनाने या पासपोर्ट का नवीनीकरण कराने की प्रक्रिया अब सरल हो जाएगी।
अब प्रक्रिया होगी आसान
पहले पहले पासपोर्ट जारी करने के लिए पुलिस वेरिफिकेशन के साथ-साथ कई अन्य प्रक्रियाओं से भी गुजरना पड़ता था, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब इन सभी झंझटों से निजात मिल जाएगी। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने मंत्रालय में गृह विभाग की बैठक ली। इसमें पासपोर्ट प्रक्रिया को सरल बनाने पर बात हुई।
इन फैसलों से मिलेगी राहत
राज्य के छह ऐसे जिलों में एप का इस्तेमाल होगा, जहां से नए पासपोर्ट बनाने या नवीनीकरण के आवेदन अधिक संख्या में प्राप्त होते हैं। इनमें रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़ और सरगुजा शामिल हैं। संबंधित थाने से आवेदक के पास दस्तावेजों के सत्यापन के लिए सूचना भेजी जाएगी। तय तिथि में संबंधित थाने के कर्मी आवेदक के निवास का भौतिक सत्यापन करेंगे।इसके बाद की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी। आवेदक को पासपोर्ट 21 दिनों में पासपोर्ट मिल जाएगा।
महाराष्ट्र, राजस्थान-ओडिशा राज्यों से प्रेरित
DGP अशोक जुनेजा ने बताया कि महाराष्ट्र, राजस्थान और ओडिसा राज्य में एम-पासपोर्ट एप्प (M-Passport App) के इस्तेमाल से पासपोर्ट जारी करने की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। इससे प्रेरित होकर अब इसी एप का उपयोग छत्तीसगढ़ में किया जाना है। प्रक्रिया के अध्ययन एवं तकनीकी जानकारी के लिए अधिकारियों का दल महाराष्ट्र गया है। बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह एवं जेल सुब्रत साहू एवं पासपोर्ट कार्यालय के भी अधिकारी उपस्थित थे।