दंतेवाड़ा/नवप्रदेश। लोन वर्राटू अभियान (Lone Verratu Campaign) को एक ओर सफलता मिली। दरअसल, सोमवार को तीज-पोला पर्व के दिन दो इनामी समेत 5 नक्सलियों ने CRP और SP के सामने सरेंडर कर दिया। इसमें 2 माओवादियों पर 1-1 लाख रुपये का इनाम घोषित है।
बस्तर में राजनीति की दिशा बदली तो नक्सल नीति भी बदल गयी। वर्तमान कांग्रेस सरकार को यह ठीक लगा कि आक्रामक रणनीति के स्थान पर बोलचाल की भाषा भी लाल हत्यारे समझ सकते हैं। यहीं कारण है कि लोन वर्राटू अभियान में अब तक 4 हजार से अधिक नक्सलियों सहित सैकड़ों ईनामी माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।
सभी माओवादी 19 से 25 आयु वर्ग के हैं
गंगालूर एरिया कमेटी अन्तर्गत ग्राम गमपुर डीएकेएमएस अध्यक्ष, नहुम उर्फ पोज्जा सोड़ी पिता स्व सीमा सोड़ी उम्र लगभग 25 वर्ष जाति मुरिया निवासी मद्दूमपारा गमपुर थाना गंगालूर जिला बीजापुर, ग्राम गमपुर मिलिशिया कमाण्डर, मासा सोड़ी पिता सोना सोड़ी उम्र लगभग 26 वर्ष जाति मुरिया निवासी मंझार पारा गमपुर थाना गंगालूर जिला बीजापुर, भैरमगढ़ एरिया कमेटी अन्तर्गत कार्यरत ग्राम बेचापाल मिलिशिया सदस्य, सुकारू राम उर्फ डोगाल कड़ती पिता सुखराम कड़ती उम्र लगभग 21 वर्ष जाति मुरिया निवासी गायतापारा बेचापाल थाना मिरतुर जिला गीजापुर, गंगालूर एरिया कमेटी अन्तर्गत कार्यरत ग्राम गमपुर मिलिशिया सदस्य, राकेश मड़कम पिता कुम्मा मड़कम उम्र लगभग 18 वर्ष जाति मुरिया निवासी मद्दूमपारा गमपुर थाना गंगालूर जिला बीजापुर, मलांगेर एरिया कमेटी अन्तर्गत कार्यरत ग्राम बेड़मा मिलिशिया सदस्य, भूपेन्द्र कुमार सोड़ी पिता स्व. मुक्का सोड़ी उम्र लगभग 19 वर्ष जाति माडिय़ा निवासी मंझारपारा बेडमा थाना कुआकोण्डा ने आत्मसमर्पण कर दिया।
खोखली विचारधारा से तंग आकर किया सरेंडर
नक्सल मोर्च पर सुरक्षा बल के जवानों को लगातार सफलता मिल रही है। अब तक लोन वर्राटू अभियान (Lone Verratu Campaign) के चलते सैकड़ों नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनामी आत्मसमर्पण माओवादियों ने पुलिस के सामने कहा कि माओवादियों के खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार एवं प्रताडऩा से तंग आकर आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण के दौरान उन्होंने कहा कि उन लोगों को भारतीय संविधान में विश्वास है। छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया। आपको बता दें कि इन दो माओवादियों नहुम उर्फ पोज्जा सोड़ एवंं मासा सोड़ी पर 1-1 लाख का ईनाम घोषित है।
इनके सामने किया आत्मसमर्पण
(Lone Verratu Campaign) पुलिस महानिरीक्षक (परिण) सीआरपीएफ दन्तेवाड़ा विनय कुमार सिंह, डॉ. अभिषेक पल्लव (मा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा, सुरेन्दर सिंह कमाण्डेट 231 बटालियन केरिपुबल, राजेन्द्र नायसवाल (रा.पु.से.) अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दन्तेवाडा, मृत्युंजय कुमार उप कमाण्डेट 231 बटालियन केरिपुबल एवं उप पुलिस अधीक्षक कमलजीत पाटले (रा.पु.से.) के समक्ष आत्मसमर्पण किया। उपरोक्त माओवादियों के आत्मसमर्पण में 231 बटालियन के रिपुबल मुख्यालय जावगा का विशेष योगदान रहा।
अब तक 115 ईनामी सहित 4426 ने किया आत्मसमर्पण
लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक सैकड़ों माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। ये नक्सली अपनी इच्छा से सरकार की योजनाओं से प्रेरित होकर आत्मसमर्पण किय है। घर वापसी अभियान के तहत अब तक 115 खुंखार ईनामी माओवादी सहित 4426 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं। अब इन माओवादियों का सरकार की अनेक योजनाओं का लाभ लेकर एक अच्छे नागरिक हो रहे है।
ईनामी माओवादी नहुम उर्फ पोज्जा सोड़ निवासी मद्दूमपारा गमपुर थाना गंगालूर निम्नलिखित घटनाओं में शामिल था:-
- वर्ष 2007 में थाना किरन्दुल क्षेत्रान्तर्गत ग्राम कडमपाल में स्थित केशर प्लांट से लगभग 50-60 किग्रा जिलेटिन लूटने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2008 में किरन्दुल स्थित एनएमडीसी एस्सार प्लांट कार्य में लगे लगभग 15-16 वाहनों को आगजनी करने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2008 में पुलिस को जान से मारने एवं हथियार लूटने की नियत से थाना किरन्दुल क्षेत्रान्तर्गत ग्राम आलनार के मलांगेर नदी के पास स्थित छोटा पुलिया के पास एम्बुश लगाकर फायरिंग करने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2010 में पुलिस को जान से मारने की नियत से ग्राम हिरोली से गमपुर जाने वाले पगडंडी पहाड़ी रास्तों पर लगभग 03-04 स्थानों पर बूबी ट्रेप्स लगाने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2013 में नक्सली बंद के दौरान अरनपुर से जगरगुण्डा मुख्यमार्ग पर ग्राम करेगुड़ा के पास लगभग 20-25 अलग-अलग स्थानों पर रोड़ खोदकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल
ईनामी माओवादी मासा सोड़ी निवासी मंझार पारा गमपुर थाना गंगातूर निम्नलिखित घटनाओं में शामिल था :-
- वर्ष 2015 में पुलिस को जान से मारने की नियत से ग्राम गमपुर से परलागुटा के मध्य लगभग 2-3 अलग-अलग स्थानों पर लगभग 10-10 किग्रा वजनी प्रेशर आईईडी लगाने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2016 में पुलिस को जान से मारने एवं हथियार लूटने की नियत ग्राम तामोड़ी से हन्ड्री जाने वाले मार्ग पर ताजपेरू नदी किनारे लगभग 10 किग्रा प्रेशर आईईडी लगाने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2016 ग्राम बेनपल्ली से परलागट्टा जाने वाले मार्ग पर पुलिस को जान से मारने की नियत लगभग 10-12 अलग-अलग स्थानों पर बूबी ट्रेप्स लगाने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2017 में पुलिस को नुकशान पहुंचाने की नियत से ग्राम हिरोली से गमपुर जाने पगडंडी मार्ग पर लगभग 05-06 स्थानों पर बूवी ट्रेप्स लगाने की घटना में शामिल था।
सूकारू राम उर्फ डोगाल कड़ती निवासी गायतापारा बेचापाल थाना मिरतुर निम्नलिखित घटनाओं में शामिल था:-
- वर्ष 2019 में पुलिस को जान से मारने की नियत से ग्राम बेचापाल से हुरेपाल जाने वाले मार्ग पर दो स्थानों पर क्रमश: 5 एवं 10 किग्रा प्रेशर आईईडी लगाने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2020 में नक्सली बंद के दौरान ग्राम मिरतुर से बेचापाल जाने वाले मार्ग पर मिरतुर और कोकोडी के बीच लगभग 3-4 स्थानों पर रोड़ खोदकर एवं पुलिया को क्षतिग्रस्त कर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2020 नक्सली बंद के दौरान ग्राम बेचापाल से हुदैपाल जाने वाले मार्ग पर पेड़ काटकर नक्सली बेनर, पोस्टर एवं नक्सली पाम्पलेट लगाने की घटना में शामिल था।
राकेश मड़कम निवासी मदूमपारा गमपुर थाना गंगावूर निम्नलिखित घटनाओं में शामिल था:-
- वर्ष 2018 में पुलिस को जान से मारने की नियत से ग्राम बोडेपल्ली से गमपुर जाने वाले मार्ग पर लगभग 3-4 स्थानों पर गड्डा खोदकर बूबी ट्रेप्स लगाने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2020 में ग्राम गमपुर से जगरगुण्डा जाने वाले मार्ग पर परलमपारा के पास लगभग 10 किग्रा आईईडी लगाने की घटना में शामिल था।
भूपेन्द्र कुमार सोड़ी निवासी मंझारपारा बेड़मा थाना कुआकोण्डा निम्नलिखित घटनाओं में शामिल था :-
- वर्ष 2018 में नक्सली बंद के दौरान ग्राम पालनार से वानका जाने वाले मार्ग पर कोयलानपारा के पास लगभग 2-3 स्थानों पर रोड़ खोदकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2018 से आज दिनांक तक नक्सली बंद के दौरान पालनार एवं आसपास क्षेत्र में नक्सली बेनर, पोस्टर एवं पाम्पलेट लगाने की घटना में शामिल था।