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लोकवाणी : CM भूपेश ने ’युवा सपने और छत्तीसगढ़’ पर रखा विचार

Lokvani: CM Bhupesh kept his thoughts on 'youth dream and Chhattisgarh'

Lokwani

कोदो, कुटकी, रागी जैसी फसलों के लिए शुरू होगी प्रोसेसिंग

रायपुर/नवप्रदेश। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता ’लोकवाणी’ के 25 वीं कड़ी का रविवार को प्रसारण किया गया। जिसमें मुख्यमंत्री बघेल ने प्रदेश की जनता को नववर्ष की बधाई देते हुए ‘‘युवा सपने और छत्तीसगढ़’’ के संबंध में अपने विचार रखे।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारा छत्तीसगढ़ राज्य भी अब 21 वर्ष पूर्ण कर एक युवा राज्य बन गया है। युवा महोत्सव के संबंध में उन्होंने कहा कि हमने युवा महोत्सव 2022 के आयोजन की घोषणा कर दी थी, लेकिन फिर जिस तरह से कोरोना बढ़ रहा है, उसे देखते हुए आयोजन स्थगित करने का निर्णय लेना पड़ा है, जैसे ही सब कुछ ठीक होगा, हम इस तरह युवाओं के लिए आयोजन जरूर करेंगे। उन्होंने कहा कि आज के जमाने में युवाओं का कॅरियर केवल सरकारी नौकरी से ही नहीं बनता, बल्कि हमारे युवा साथियों ने अपनी रुचि और प्रतिभा के बल पर संभावनाओं का नया आकाश खोल दिया है।

युवाओं के संभावना पर सरकार की नजर

CM ने लोकवाणी में युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आपमें जो संभावनाएं दिखाई पड़ी हैं, उन्हें साकार करने की दिशा में हम बहुत से प्रयास कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार खेल प्रशिक्षण की समग्र अधोसंरचना का निर्माण किया गया है, जिसके अंतर्गत 9 अकादमी स्थापित की जा चुकी है। फुटबाल में बालिकाओं के लिए तथा कबड्डी, तीरंदाजी, एथलेटिक्स तथा हॉकी में बालक-बालिकाओं दोनों के लिए, इस तरह 9 अकादमियां शुरू हो चुकी हैं। टेनिस स्टेडियम और अकादमी भवन निर्माण के लिए राशि स्वीकृत की जा चुकी है। हम यह प्रयास कर रहे हैं कि हमारे खिलाड़ियों को प्रशिक्षण, उपकरण तथा अन्य खर्चों की व्यवस्था छत्तीसगढ़ शासन की तरफ से हो, जिससे वे भविष्य में अपने राज्य की ओर से ही राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग ले सकें, इसके लिए पर्याप्त वित्तीय प्रावधान किए जाएंगे।

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युवाओं को प्रोत्साहित करने “थिंक बी”

थिंक बी के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने लोकवाणी में कहा कि यह पहल बस्तर के युवाओं के लिए है। ‘थिंक बी’ का फुलफॉर्म है- ‘टेक्नोलॉजी हब एंड इनोवेशन फॉर नॉलेज बस्तर’। इस परियोजना के अंतर्गत बस्तर के युवाओं को नवाचार, स्वरोजगार और उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित करेंगे। साथ ही युवाओं को आर्थिक, तकनीकी, प्रबंधकीय, कानूनी आदि कई तरह की सहायता दी जाएगी। युवाओं को ऑनलाइन तथा ऑफलाइन सामग्री, किताबें, ऑडियो-वीडियो प्रशिक्षण दिया जाएगा। ‘थिंक बी’ परियोजना के लिए आईआईएम रायपुर, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज दिल्ली, ट्रिपल आईटी रायपुर तथा हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, रायपुर के साथ एमओयू किया गया है। ‘बस्तर अकादमी ऑफ डांस, आर्ट, लिटरेचर एण्ड लैंग्वेज’ संस्था के माध्यम से एक ओर जहां विभिन्न आदिवासी कलाओं, लोकगीत, नृत्यकला, शिल्पकला, संस्कृति, भाषा, साहित्य, खान-पान, वेशभूषा का संरक्षण तथा विकास किया जाएगा। वहीं हल्बी, गोंडी, धुरवा, भतरी जैसी बोली-भाषाओं से नई पीढ़ी के साथ ही पर्यटकों, शोधार्थियों को भी अवगत कराया जाएगा।

कृषि के प्रति युवा जागरूक

मुख्यमंत्री बघेल ने लोकवाणी में कहा कि हमने छत्तीसगढ़ की फसलों को समर्थन मूल्य पर खरीदने की बेहतर व्यवस्था की है, पशुधन पालन को लाभ का जरिया बनाया है। वहीं दूसरी ओर ग्रामीण अर्थव्यवस्था, नई उपजों को बढ़ावा, उनकी प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, मार्केटिंग जैसी व्यवस्थाओं को संस्थागत रूप दिया है। कृषि की वैज्ञानिक शिक्षा के साथ शोध, अनुसंधान और आविष्कार के लिए बड़े पैमाने पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं। राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, समर्थन मूल्य पर वनोपज खरीदी, वनोपज प्रसंस्करण, फूडपार्क की स्थापना जैसे प्रयासों से युवाओं को यह विश्वास हुआ है कि खेती-किसानी के काम में भी बहुत कुछ करने को है, जो नवीनता के अभाव में दिखाई नहीं पड़ता था। कोदो, कुटकी, रागी जैसी फसलों के लिए कांकेर जिले में तथा विभिन्न कृषि उत्पादों की प्रोसेसिंग हेतु दुर्ग जिले में प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित की जा रही है।

कोरोना से बचाव के लिए अपील

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोकवाणी में कोविड 19 से बचाव के लिए सावधानी बरतने की अपील करते हुए कि नाक, मुंह ढंककर रखें। फेस मास्क को सही ढंग से लगाएं। साबुन, पानी से हाथ धोते रहें। भीड़ वाली जगह से बचें। फिजिकल डिस्टेंसिंग रखकर ही किसी से मेल-मुलाकात करें। कोरोना प्रोटोकाल का पालन करें। हमने जिला प्रशासन को निर्देशित किया है कि स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार सार्वजनिक प्रतिबंधात्मक उपाय किए जाएं। कोरोना से बचने के लिए टीके का दोनों डोज लगवाना जरूरी है। जिन्होंने पहला डोज लेकर छोड़ दिया है वे दूसरा डोज पूरा करें। 15 से 18 वर्ष के उम्र के किशोर-किशोरियों के लिए टीकाकरण शुरू हो गया है और मुझे खुशी है कि हमारे नवयुवा बड़ी संख्या में टीका लगवा रहे हैं। मैं चाहूंगा कि यह अभियान शत-प्रतिशत सफल हो।

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