नयी दिल्ली । प्राकृतिक आपदाओं तथा अन्य विषम परिस्थितियों के साथ ही आम दिनों में भी मनमाने हवाई किराये से जुड़े प्रश्न के उत्तर में अधिकतम किराया तय करने से सरकार के इंकार पर गुरुवार को लोकसभा में विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने किराया तय करने की निजी विमान सेवा कंपनियों के तरीके के बारे में विस्तार से बताते हुये कहा कि किसी प्राकृतिक आपदा या मानवीय कारणों से पैदा हुई आपात स्थितियों के समय टिकट की मांग बढ़ जाती है। इससे कम कीमत वाले टिकट जल्दी समाप्त हो जाते हैं और लोग अधिक कीमत वाले टिकट खरीदते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकतम किराया तय करने से यात्रियों को ही नुकसान होगा क्योंकि ऐसा देखा गया है कि इस स्थिति में लोग सस्ते टिकट बुक कराने के बदले अधिकतम किराये पर टिकट खरीदते हैं। मंत्री के इतना कहते ही कांग्रेस के सदस्य अपनी सीटों पर खड़े होकर हंगामा करने लगे। कांग्रेस सदस्य मनीष तिवारी ने पूछा कि क्या मंत्री आपदा के समय ज्यादा हवाई किराये को उचित ठहराने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ देर तक वह इस मुद्दे को लेकर हंगामा करते रहे। इसके बाद अध्यक्ष ओम बिरला ने भारतीय जनता पार्टी के सदस्य और पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री राजीव प्रताप रूडी को बोलने का मौका दिया जिन्होंने कहा कि श्री पुरी सही कह रहे हैं। मंत्री सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया का किराया भी नियंत्रित नहीं कर सकते तो वह निजी विमान सेवा कंपनियों का किराया कहां से नियंत्रित करेंगे।