मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य बनने जा रहा है, जहां प्रदेश में प्रवेश करते ही किसी भी वाहन चालक को गूगल मैप पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
प्रदेश सरकार द्वारा विकसित किया जा रहा लोकपथ एप-2 (Lokpath App 2) राज्य की हर सड़क, हर लोकेशन और हर जरूरी सुविधा की जानकारी एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराएगा। इस एप को मध्य प्रदेश लोक निर्माण विभाग द्वारा गुजरात के भास्कराचार्य संस्थान के सहयोग से तैयार कराया जा रहा है।
लोकपथ एप-2 के माध्यम से प्रदेश के राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य मार्ग, मुख्य जिला सड़कें और ग्रामीण सड़कों सहित सभी प्रकार के मार्गों की जानकारी उपलब्ध होगी। यह एप केवल रास्ता दिखाने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि वैकल्पिक मार्गों की जानकारी भी देगा,
जिससे यात्री जाम और दुर्घटनाओं से बच सकें। इसके साथ ही रास्ते में पड़ने वाले धार्मिक स्थल, प्रमुख पर्यटन स्थल, अस्पताल, थाना, होटल, टोल प्लाजा और टोल की दरों की जानकारी भी एप पर मिलेगी।
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने दावा किया है कि देश में पहली बार कोई राज्य इस स्तर पर अपनी संपूर्ण सड़क और लोकेशन आधारित जानकारी नागरिकों को उपलब्ध कराने जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोकपथ एप-2 (Lokpath App 2) राज्य के आधारभूत ढांचे को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।
गौरतलब है कि पहले से संचालित लोकपथ एप का उपयोग निर्माण कार्यों की गुणवत्ता निगरानी और शिकायत निवारण के लिए किया जा रहा है। आम नागरिक इस एप के माध्यम से सड़क, पुल-पुलिया और भवन निर्माण से जुड़ी शिकायत दर्ज कर सकते हैं, जिनकी जांच तय समय सीमा में कर रिपोर्ट भी साझा की जाती है। अब इसे और अधिक जनोपयोगी बनाने के लिए लोकपथ एप-2 विकसित किया जा रहा है।
लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव सुखवीर सिंह के अनुसार पीएम गतिशक्ति पोर्टल पर उपलब्ध राष्ट्रीय राजमार्गों और अन्य मार्गों की सभी लेयर को एप में जोड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि गूगल मैप्स की तुलना में लोकपथ एप-2 अधिक विस्तृत और उपयोगी विकल्प उपलब्ध कराएगा, क्योंकि इसमें प्रदेश से संबंधित समर्पित और प्रमाणिक जानकारी होगी।
ब्लैक स्पॉट की अग्रिम चेतावनी देगा एप
मध्य प्रदेश में 142 हाईवे पर 450 से अधिक दुर्घटना संभावित ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। लोकपथ एप-2 (Lokpath App 2) इन ब्लैक स्पॉट से एक किलोमीटर पहले ही चेतावनी देगा, ताकि वाहन चालक गति नियंत्रित कर सकें।
200 मीटर पहले दोबारा अलर्ट मिलेगा। दुर्घटना की स्थिति में एप नजदीकी अस्पताल का मार्ग बताएगा और एंबुलेंस व आपातकालीन सेवाओं से सीधे संपर्क की सुविधा भी देगा। यह सुविधा फिलहाल गूगल मैप्स में उपलब्ध नहीं है।

