नई दिल्ली। लॉकडाउन (lockdown) बढ़ने के संकेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm modi) ने दिए हैं। कोरोना संकट पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंंग के जरिए की सर्वदलीय बैठक (all party meeting) में पीएम मोदी ने इसको लेकर दो अहम बातें कही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने (pm modi) कहा कि लॉकडाउन (lockdown) को एक साथ एक ही झटके में लॉकडाउन (lockdown) खत्म नहीं किया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना से पहले और कोरोना के बाद की जिंदगी एक जैसी ही नहीं रहने वाली है। मोदी ने बैठक (all party meeting) में कहा कि वे 11 अप्रैल को एक बार फिर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करेंगे। वर्तमान में 21 दिन का लॉकडाउन 14 अप्रैल तक के लिए है।
कांग्रेस समेत लगभग सभी विपक्षी दल हुए शामिल
पीएम मोदी की बैठक में कांग्रेस समेत लगभग सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने भाग लिया। पीएम ने इस बैठक में सरकार द्वारा कोरोना संकट से निपटने के कार्यों की जानकारी दी और नेताओं से राय मांगी। हालांकि कुछ नेताओं ने आंशिक तौर पर लॉकडाउन हटाने की भी मांग की थी। प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि सरकार की प्राथमिकता हर एक व्यक्ति की जान बचाने की है। देश सख्त फैसले लेने के लिए मजबूर है। इसे भी लॉकडाउन बढ़ाने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी की बड़ी बातें
देश के हालात सोशल इमर्जेंसी जैसे
सर्वदलीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि देश के हालात सामाजिक आपातकाल की तरह हैं। देश सख्त फैसलों को लेने के लिए मजबूर है और चौकस रहते हुए इन कड़े फैसलों को जारी रखना पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि कई राज्य सरकारों, जिला प्रशासनों और विशेषज्ञों ने देशव्यापी लॉकडाउन को और बढ़ाने की मांग की है।
भारत में स्थिति बेहतर पर हर वक्त रहना होगा चौकन्ना
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत उन कुछ देशों में है जिसने अब तक वायरस के फैलने की रफ्तार को नियंत्रित रखा है। साथ में उन्होंने चेतावनी भी दी कि स्थितियां लगातार बदल रही हैं लिहाजा हर वक्त चौकन्ना रहने की जरूरत है।
वर्किंग स्टाइल में लाना होगा बदलाव
बैठक मोदी ने कहा कि देश को बदलती हुई परिस्थितियों में उन्हीं के अनुरूप अपने वर्क कल्चर और वर्किंग स्टाइल में बदलाव लाने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से देश गंभीर आर्थिक चुनौती का सामना कर रहा है लेकिन सरकार इन पर काबू पाने के लिए प्रतिबद्ध है।
ज्यादातर दलों ने लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की
बैठक में उन दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए जिनके लोकसभा या राज्यसभा में कम से कम 5 सांसद हैं। ऐसे दलों के दोनों सदनों के नेताओं ने बैठक में शिरकत की। इस दौरान ज्यादातर दलों के नेताओं ने प्रधानमंत्री से लॉकडाउन बढ़ाने की गुजारिश की।
लॉकडाउन पर मतभेद नहीं : आज़ाद
कांग्रेस ने कहा है कि कोरोना वायरस ‘कोविड-19Ó के खिलाफ जंग में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कोई मतभेद नहीं है और केंद्र तथा राज्य सरकारें लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर जो निर्णय लेंगी पूरा देश उसका समर्थन करेगा। राज्यसभा में विपक्ष के नेता तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक के बाद बुधवार को यहां विशेष संवाददाता सम्मेलन में ये बात कही। कहा कि पूरा देश इस समय कोरोना वायरस के संक्रमण के विरुद्ध एकजुट होकर लड़ रहा है। हमारी लड़ाई इस समय सरकार से नहीं, कोरोना से है तथा इस लड़ाई में सरकार और विपक्ष एक साथ हैं। (ए.)